तालिबान ने किये अफगानिस्तान के हमले मे ४७ लोग ढेर

इस्लामाबाद / काबुल: मंगलवार को तालिबान ने अफगानिस्तान मे भयंकर आतंकी हमले करके ५० लोगों की जान ली है। इस हमले मे जख्मीयों की संख्या २०० से अधिक है। अफगानिस्तान के गर्देज एवं गझनी शहर मे हुए आतंकी हमले का लक्ष्य अफगानी सुरक्षा दल के जवान थे। इसकी वजह से अफगानिस्तान की सुरक्षा दल के साथ अमरिका पर भी दबाव बढ़ने की बात दिखाई दे रही है। अफगानिस्तान मे तालिबान का वर्चस्व बढ़ते समय तालिबान को रोकने के लिए अमरिका ने हालही मे ३००० से अधिक जवान तैनात किए थे।

तालिबानअफगानिस्तान के पक्तिया प्रांत के गर्देज मे पुलिस मुख्यालय के पास तालिबान के दो आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा दिया है। उसके बाद इस आत्मघाती आतंकवादियों के सहयोग से पुलिस मुख्यालय पर जोरदार हमला किया गया। इसपर अफगानी पुलिसने प्रत्युत्तर दिया है और यह मुठभेड़ लगभग ५ घंटे शुरू थी। इसमे ३० से अधिक लोगों की जान गई है और ५ आतंकवादी ढेर हुए हैं। इस हमले मे जख्मी लोगों की संख्या १५० से अधिक होने की बात कही जा रही है। इस हमले के झटके से अफगानिस्तान संभल रहा था की गझनी प्रांत मे तालिबान आतंकवादियों ने आत्मघाती हमले किए। यह हमला भी स्थानिक पुलिस मुख्यालय पर ही किया गया है और इस हमले का स्वरूप गर्देज मे हुए हमले जैसा ही है। इस हमले मे अफगानी पुलिस दल के १५ जवानों की जान गई है और कुछ आतंकवादी भी ढ़ेर होने की जानकारी अफगानी यंत्रणा ने दी है।

दौरान, तालिबान के अफगानिस्तान मे बढ़ते हमले अफगानी सुरक्षा दल के साथ अमरिका के लिए भी आवाहन बन गए हैं। पिछले कई महीनों से अफगानिस्तान मे तालिबान के बढ़ते वर्चस्व पर अमरिका से तीव्र चिंता व्यक्त की जा रही है। अमरिकन संसद पर इसका प्रभाव हुआ है और इस वजह से अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प को अफगानिस्तान के बारे मे नई नीति घोषित करनी पड़ी है। इस नए नीति के अनुसार अफगानिस्तान मे लगभग ३००० से अधिक सेना तैनात हुई हैं पर यहां तैनात हुए अमरिकी सैनिकों की वास्तविक संख्या अमरिकी यंत्रणा ने उजागर नहीं की है।

तालिबान ने अफगानिस्तान मे इस रुप से आतंकवादी हमले का रक्तरंजित सत्र अगर शुरू रखा, तो अमरिका पर तालिबान के विरोध मे आक्रमक कार्यवाही के लिए दबाव बढ़ सकता है। इसके संकेत मिलने शुरू हुए हैं और अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने तालिबान के साथ अन्य आतंकी संगठन पर भी ड्रोन हमले के लिए ‘सीआयए’ को विशेष अधिकार दिए गए हैं। इन अधिकारों का प्रयोग ‘सीआयए ने शुरू करने के बात दिखाई दे रही है।

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