तैवान की आजादी का ऐलान होगा अनर्थ के लिए न्यौता

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

तैपेई – जनवरी महीने में तैवान में राष्ट्राध्यक्ष पद का चुनाव होगा| इसी बीच राष्ट्राध्यक्ष ‘त्साई ईंग वेन’ की लोकप्रियता बढने से चीन काफी बेचैन हुआ है और इसी बेचैनी में चीन ने तैवान को धमकाया है| ‘राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग वेन’ ने तैवान की आजादी के लगाए नारे तैवान को अनर्थ की ओर धकल देंगे’, यह धमकी चीन सरकार ने दी है| वही, चीन ने तैवान के चुनावों में हस्तक्षेप करने की तैयारी की है, यह आरोप अमरिका कर रही है|

जनवरी ११ के रोज तैवान में राष्ट्राध्यक्ष पद का चुनाव होगा| राष्ट्राध्यक्षा त्साई ने स्वतंत्र तैवान का नारा दिया है और उनकी डेमोक्रैटिक प्रोग्रेसिव्ह पार्टी की लोकप्रियतना बढने की बात कही जा रही है| चार दिन पहले राष्ट्राध्यक्षा त्साई ने उपराष्ट्राध्यक्ष पद के लि विल्यम ले के नाम का ऐलान किया| त्साई और विल्यम यह दोनों भी कडे चीन विरोधक नेता के तौर पर पहचाने जाते है|

सोमवार के दिन विल्यम ने सोशल मीडिया पर ‘तैवान यह सार्वभूम देश था| तैवान कभी भी चीन का हिस्सा नही था’, यह बात दुबारा कही है| इसके बाद राष्ट्राध्यक्षा त्साई ने तैवान यह सार्वभूम और आजाद देश’ होने का ऐलान किया| उनके इस बयान पर चीन सरकार ने गुस्सा जताया है|

‘तैवान की आजादी, कभी भी मुमकिन नही होगी| पर, आजादी के ऐसी नारेबाजी से तैवान अनर्त को न्यौता दे रहा है, यह सच है| चीन की जनता और तैवान के ‘त्साई’ विरोधी उनकी यह कोशिश नाकाम करेंगे’, यह इशारा चीन की सरकार ने दिया है|

इसके कुछ ही घंटे बाद चीन ने तैवान की खाडी से अपनी विमान वाहक युद्धपोत की गश्त करवाई| अमरिका औड़ जापान के युद्धपोतों ने चीन की इस युद्धपोत का पीछा भी किया था| इससे कुछ समय के लिए तैवान की खाडी में तनाव की स्थिति रही|

पिछले कुछ महीने हॉंगकॉंग में प्रदर्शन हो रहे है और तैवान में ‘त्साई’ का प्रभाव बढने से चीन की मुश्किलों में बढोतरी हुई है| तैवान के चुनावों में ‘हान क्यो यू’ इस चीन समर्थक नेता को जीता ने लिए तैवान की राजनीति में चीन हस्तक्षेप करने की कडी संभावना है| चीन दबावतंत्र का इस्तेमाल करके तैवान के जनतंत्र का गला घुंटने की कोशिश में होने का आरोप तैवान में नियुक्त अमरिकी उच्चायुक्त ब्रेंट ख्रिस्टनसन ने किया है|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने वरिष्ठ अधिकारी हैनो क्लिंक को तैवान रवाना किया है| शनिवार के दिन क्लिंक तैवान पहुंचे है और वह राष्ट्राध्यक्ष त्साई के साथ बातचीत करेंगे| क्लिंक की इस तैवान यात्रा पर चीन कडी प्रतिक्रिया दर्ज कर सकता है| तैवान अपना ही भूभाग होने का दावा चीन कर रहा है| पर, चीन के इस दावे को ज्यादा किमत दिए बिना अमरिका ने तैवान के साथ राजनयिक, लष्करी सहयोग व्यापक करने के लिए प्रधानता दी है|

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