सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ‘आतंकवादी’- तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन की टीका

ट्युनिस: “सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष ‘बशर अल-अस्साद’ यह आतंकवादी हैं। सीरिया की शांतिचर्चा में अस्साद के लिए स्थान हो ही नहीं सकता”, ऐसी टीका तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने की है। अस्साद की वजह से सीरिया में अस्थिरता निर्माण होने की वजह से सीरिया में रशिया और तुर्की के सैनिकों को तैनात करना पड़ा है, ऐसा एर्दोगन ने आरोप लगाया है। दौरान, सीरियन राष्ट्राध्यक्ष पर टीका करने वाले एर्दोगन का ही आतंकवादियों को समर्थन है और सीरिया में हुए हत्याकांड के लिए वहीं जिम्मेदार हैं, ऐसा सीरिया ने पलटवार किया है।

युनायटेड स्टेस ऑफ़ युरोप

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन चार दिनों के अफ्रीका के दौरे पर हैं, अंतिम पड़ाव में उन्हों ने ‘ट्यूनिशिया’ को भेंट दी है। इस समय ट्यूनिशिया के राष्ट्राध्यक्ष ‘बेजी सईद एसेबी’ के साथ हुई मिलाकात में एर्दोगन ने सीरिया की अस्साद राजवट पर टीका की है। अस्साद आतंकवादी हैं और उन्होंने सीरिया के संघर्ष में आतंकवादियों का नेतृत्व किया है। दस लाख सीरियन नागरिकों की हत्या करने वाले राष्ट्राध्यक्ष को भविष्य में फिर से मौका कैसे मिल सकता है? जब तक अस्साद सत्ता पर हैं, सीरिया में शांति प्रस्थापित नहीं हो सकती’, ऐसा आरोप एर्दोगन ने किया है।

‘अस्साद की वजह से सीरिया में सब जगह अस्थिरता निर्माण हुई है। खास कर के उत्तर सीरिया में आतंकवादियों के लिए स्वतंत्र कॉरिडोर शुरू हुआ है’, ऐसी एर्दोगन ने टीका की है। उसी के साथ ही सीरिया में तुर्की के सैनिकों की तैनाती का भी उन्होंने समर्थन किया है। ‘सीरिया की इस अस्थिरता की पृष्ठभूमि पर, रशिया, तुर्की जैसे विदेशी सैनिकों को सीरिया में तैनात करना पड़ा है। इस लिए सीरिया में विदेशी सैनिकों की तैनाती नहीं चाहिए तो अस्साद को फिरसे सत्ता पर रखना मुमकिन नहीं है’, ऐसी मांग एर्दोगन ने की है।

तुर्की की राष्ट्राध्यक्ष ने की इस टीका पर सीरिया की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। ‘सीरियन राष्ट्राध्यक्ष पर आरोप लगाने वाले तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने सभी प्रकार के आतंकवाद को अमर्याद समर्थन दिया है। इसलिए सीरिया में जो कुछ भी रक्तपात हुआ है, उसके लिए एर्दोगन मुख्यरूप से दोषी हैं। ऐसा प्रत्यारोप सीरिया के विदेश मंत्रालय ने किया है। इसके पहले भी सीरिया और तुर्की ने आतंकवाद के समर्थक के तौर पर एकदूसरे पर आरोप किए थे।

सीरिया में अस्साद विरोधी राजवट के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष करने वाले बागी संगठनों का समर्थन करने वाले अमरिका और मित्र देशों में तुर्की का भी समावेश है। सीरिया के संघर्ष के लिए बागियों को आवश्यक सहायता करने के लिए तुर्की ने पहल करने की खबरें प्रसिद्द हुईं थी। उसी के साथ ही सीरिया के भविष्य में अस्साद को स्थान नहीं हो सकता, इसका अमरिका, सऊदी अरेबिया, यूरोपीय देशों की तरह तुर्की ने भी समर्थन किया था। उसीके साथ ही रशिया के साथ सीरिया में शांतिचर्चा शुरू करने की कोशिश में भी तुर्की शामिल था। इस वजह से सीरिया के संघर्ष में दोनों समूहों की तरफ से शामिल होने वाले तुर्की के इन आरोपों की तरफ आश्चर्यचकित नज़रों से देखा जा रहा है।

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