‘आयएस’ के आतंकवादियों को मार भगाने के लिए सीरियन बागियों का गैस परियोजना पर कब्जा

दमास्कस: सीरिया के अमरीका समर्थक बागियों ने सीरिया के ‘देर अल-झोर’ इलाके मे की कार्रवाई मे ‘आयएस’ के ६५ आतंकवादियों को मारकर ‘कोनोको’ गैस परियोजना पर कब्जा किया है। ‘कोनोको’ सीरिया की सबसे बड़ी गैस परियोजना मानी जाती है। ऐसी परियोजना पर कब्जा करके बागियों ने सीरिया राजवट के सामने नई चुनौती रख दी है।

सीरिया के पूर्व मे इराक की सीमा के पास स्थित ‘देर अल-झोर’ इलाके मे संघर्ष तीव्र हो गया है। सीरियन सेना ने ‘देर अल-झोर’ को पूर्व और पश्चिम मे विभाजित करने वाली ‘युफ्रेटस नदी’ पार करके ‘आयएस’ के प्रमुख अड्डे की तरफ कदम रखे हैं। सीरियन बागियों की इस कार्रवाई को रशिया के हवाई हमले का समर्थन मिल रहा है। ‘देर अल-झोर’ की उत्तर की ओर से अमरीका समर्थक ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज’ ‘एसडीएफ’ इस बागियों के प्रमुख गुट ने जोरदार कार्रवाई हाथों मे ली है।

गैस परियोजना‘एसडीएफ’ के वरिष्ठ कमांडर ‘नासेर हज मन्सूर’ ने दी हुई जानकारी के अनुसार कुछ दिनों से कोनोको गैस परियोजना के इलाके मे बागी और ‘आयएस’ के आतंकवादियों बीच संघर्ष शुरू था। शनिवार सुबह बागियों ने इस गैस परियोजना पर नियंत्रण पाया है और ‘आयएस’ के आतंकवादियों ने इस ठिकाने से भाग जाने की जानकारी मन्सूर ने दी है।

कोनोको गैस परियोजना से प्रतिदिन सवा करोड़ से भी अधिक क्यूबिक मीटर्स प्राकृतिक गैस निकाला जाता है। पिछले तीन सालों से ‘आयएस’ का इस परियोजना पर कब्ज़ा था। लेकिन अब यह गैस परियोजना बागियों के कब्जे मे गई है और ‘एसडीएफ’ के बागियों ने कोनोको के साथ पासवाले ‘अल-इझ्बा’ इस गैस परियोजना पर भी नियंत्रण पाया है। ‘कोनोको’ पर नियंत्रण पाने के लिए बागी और ‘आयएस’ के आतंकवादियों के बीच हुए संघर्ष मे ६५ आतंकवादी मारे गए हैं और १०० से भी ज्यादा जख्मी हुए हैं।

‘देर अल-झोर’ यह सीरिया का सर्वाधिक इंधन और गैस संपन्न इलाका माना जाता है। इस वजह से इस इलाके पर कब्जा करके ‘आयएस’ के आतंकवादियों को मार भगाने की घोषणा सीरियन सेना ने की थी। सीरियन सेना की इस इलाके की मुहीम सफल हुई है और ‘अल-ओमर’ इस सीरिया की सबसे बड़ी इंधन परियोजना पर कब्जा करना अपना उद्दिष्ट है, ऐसा सीरियन सेना ने घोषित किया है। कोनोको गैस परियोजना पर कब्जा पाने के बाद सीरियन बागी भी ‘अल-ओमर’ की ओर चल पड़े हैं।

‘आयएस’ के अड्डों पर अमरीका के हथियारों का भंडार – रशियन रक्षा मंत्रालय का आरोप

मोस्को: ‘आयएस’ के आतंकवादियों ने कब्ज़ा किए हुए ठिकानों पर अमरीका की ‘स्पेशल फोर्सेज’ के हथियारों का भंडार मिलने का आरोप रशियन रक्षा मंत्रालय ने लगाया है। यह आरोप करने से पहले रशियन रक्षा मंत्रालय ने सॅटॅलाइट फोटो जारी किए हैं।

‘देर अल-झोर’ के उत्तरी इलाके मे अमरीका के स्पेशल फोर्सेज और बागी तैनात थे। लेकिन अमरीका के सैनिक और बागियों ने यह इलाका छोड़ दिया है और इस जगह पर ‘आयएस’ के आतंकवादियों ने अपना अड्डा बनाया है। संघर्ष किए बिना अमरीका के सैनिक यहाँ से पीछे क्यों हटे, ऐसा सवाल रशियन रक्षा मंत्रालय ने किया है। उसके साथ ही किसी भी संघर्ष के बिना अमरीका की ‘स्पेशल फोर्सेज’ ने अपने हथियारों का भंडार वहीँ पर कैसे छोड़ दिया, ऐसी आशंका रशियन रक्षा मंत्रालय ने जताई है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.