सीरियन सेना अपनी ही जनता पर हवाई हमलें कर रही है – संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन का आरोप

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबैरूत/जेनीवा: ‘पिछले डेढ महीनों में सीरिया ने इदलिब एवं अलेप्पो में किए हवाई हमलों में करीबन ३०० लोग मारे गए है| सीरिया जानबुझकर अपनी ही जनता को लक्ष्य कर रहा है’, ऐसा गंभीर आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन ने किया है| तभी, अस्साद हुकूमत और रशिया के हवाई हमलों से दस लाख लोग विस्थापित होने की चिंता राष्ट्रसंघ ने व्यक्त की है|

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कुछ घंटे पहले ही जारी की हुई जानकार में अस्साद हुकूमत को लक्ष्य किया| अस्साद हुकूमत के हमलों के कारण इदलिब में भीषण संकट खडा हुआ है, यह आरोप राष्ट्रसंघ ने किया| जनवरी १ से सीरियन सेना के हवाई हमलों में २९९ लोग मारे गए है, यह बात राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन ने अपने नए रपट में दर्ज की है|

कुछ घटनाओं में सीरियन सेना जानबुझकर जनता ने पनाह लिए इमारतें, अस्पताल, मेडिकल सेंटर्स एवं स्कुली इमारतों पर हमलें कर रही है| हर बार यह हमलें अपघात से नही हो सकतें’, यह बयान मानव अधिकार संगठन के प्रवक्ता रुपर्ट कोविए ने जेनीवा की बैठक में उपस्थित किया| साथ ही अगले दिनों में इस कार्रवाई के लिए अस्साद हुकूमत पर युद्धापराध के गुनाह भी दाखिल हो सकता है, यह इशारा भी कोविए ने दिया|

सीरिया के हवाई हमलों की वजह से भाग रही जनता ने किसी हिस्से में पनाह ली तो उसी हिस्से पर सीरिया ने हमलें करने की घटनाएं होने का दावा राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार संगठन के प्रमुख मिशेल बैशलेट ने किया| अस्साद हुकूमत के इन हमलों में बचें करीबन १० लाख लोग तुर्की की सीमा के निकट पहुंचे रहे है| पर, इतनी बडी संख्या में सीमा पर पहुंच रहे इन शरणार्थियों को हम पनाह नही दे सकते, ऐसा तुर्की ने स्पष्ट किया है|

संयुक्त राष्ट्रसंघ और मानव अधिकार संगठन ने सीरिया के संघर्ष के बारे में अस्साद हुकूमत पर किए आरोप रशिया ने ठुकराए है| सीरिया और रशिया इदलिब में आतंकियों के ठिकानों पर हमलें कर रहे है, ऐसा रशिया ने कहा है|

इसी बीच, सीरियन सेना ने इदलिब पर लगभग पुरी तरह से कब्जा किया है और अब अलेप्पो पर भी हमलें शुरू किए है| सीरियन सेना की इस कार्रवाई पर रशिया और तुर्की के बीच बातचीत हो रही है| सीरिया की कार्रवाई का रशिया समर्थन ना करें, यह मांग तुर्की ने की है| तभी, सीरिया में स्थित बागियों का समर्थन करना तुर्की बंद करें, यह सूचना रशिया ने की है| रशिया और तुर्की के बीच हो रही यह बातचीत किसी भी पुख्ता निर्णय के बिना पुरी होगी, यह दावा भी हो रहा है|

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