सीरिया संबंधित अमरीका की नीति में बड़ा बदलाव; अस्साद के निष्कासन की माँग पर ट्रम्प प्रशासन समझौते को तैयार

अंकारा/न्यूयॉर्क, दि. ३१ : राष्ट्राध्यक्ष बाशर अल-अस्साद की सत्ता का तख़्ता पलटने के लिए पिछले छह सालों से सीरिया में कड़ा संघर्ष जारी है| अस्साद को सत्ता से नीचे खींचे बिना यह संघर्ष नहीं रुकेगा, ऐसी ठोस भूमिका लेनेवाली अमरीका ने अब अपनी नीति में अहम बदलाव करने की घोषणा की है| इसके आगे ‘राष्ट्राध्यक्ष अस्साद का शासन खत्म करना’ यह अमरीका की प्राथमिकता नहीं होगी, ऐसा संयुक्त राष्ट्र संगठन के अमरीका के राजदूत निकी हॅले ने कहा|

अमरीका की नीतिअरब-आफ्रीकी देशों में भड़के ‘जस्मिन रिव्होल्युशन’ की पृष्ठभूमि पर सीरिया के उग्रवादियों ने अस्साद के शासन के खिलाफ संघर्ष छेड़ा था| सन २०११ में उग्रवादियोंने शुरू किए इस संघर्ष को, अमरीका के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने समर्थन दिया था| मानवाधिकारों का हनन करनेवाले अस्साद को सत्ता से नीचे खींचने के बाद ही सीरिया में शांति और स्थिरता प्रस्थापित हो सकेंगे, ऐसा दावा ओबामा प्रशासन ने किया था|

अमरीका ने अस्साद को सत्ता से हटाने के लिए शुरू की कोशिशों को कामयाबी मिलती दिखाई दे रही थी| लेकिन सन २०१५ में रशिया सीरिया में जारी इस संघर्ष में कूद पड़ा और इस संघर्ष का पलड़ा ही पलट गया| अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री जॉन केरी ने तीन महीने पहले एक मीडिया को दिये इंटरव्यू के दौरान इस बात को कबूला था| फिर भी सीरिया की नई सरकार में अस्साद को स्थान नहीं मिल सकता, इस भूमिका पर ओबामा प्रशासन कायम था|

लेकिन अमरीका के राष्ट्राध्यक्षपद पर आने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषणा की थी कि सीरिया के संदर्भ में हमारी भूमिका अलग रहेगी| ‘आयएस’ इस आतंकी संगठन से अमरीका की सुरक्षा को काफ़ी ख़तरा है और सीरिया की अस्साद सरकार तथा रशिया इन आतंकवादियों को खत्म करने का काम कर रहे है| इस वजह से ‘आयएस’विरोधी संघर्ष के लिए अस्साद शासन के साथ मेल बिठाने के लिए हम तैयार हैं, ऐसी घोषणा ट्रम्प ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान की थी| ट्रम्प की इस भूमिका का रशिया और सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने स्वागत किया था| लेकिन राष्ट्राध्यक्ष बनने के बाद ट्रम्प सीरिया के संदर्भ में कौंनसी भूमिका अपनाते हैं, इसपर सभी लोगों का ध्यान लगा हुआ था|

अमरीका की नीतिसंयुक्त राष्ट्र संगठन स्थित अमरीका की राजदूत हॅले ने गुरुवार को दी जानकारी में, ‘सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद को सत्ता से नीचे खींचना यह अमरीका के लिए अब प्राथमिकता नहीं है’ ऐसी घोषणा करते हुए, अमरीका की नीति में बदलाव हुआ है यह उन्होंने स्पष्ट किया| इसके बजाय सीरिया के ‘आयएस’विरोधी संघर्ष में विकल्प उपलब्ध कराना, यह अमरीका के लिए अधिक अहमियत रखता है, ऐसा हॅले ने कहा| वहीं, राष्ट्राध्यक्ष अस्साद के संदर्भ में निर्णय सिरियन जनता लेगी, ऐसा कहते हुए अमरीका के विदेशमंत्री रिक्स टिलरसन ने, ‘राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया के संदर्भ मे नई नीति अपनाई है’ इस बात को अधोरेखित किया| टिलरसन ने तुर्की के दौरे पर यह घोषणा की|

इसी दौरान, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सीरिया के अस्साद शासन के संदर्भ में अमरीका की नीति में किए बदलावों पर कड़ी प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं| ‘अस्साद के नेतृत्व को स्वीकृति देना यानी अस्साद ने सीरिया में जो कत्ले आम किया उसको समर्थन देने जैसा है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने यह बहुत बड़ी गलती की है’ ऐसी आलोचना अमरीका के सिनेटर ‘लिंडसे ग्रॅहम’ ने की है| वहीं, अस्साद सीरिया का भविष्य नहीं हो सकते, ऐसे स्पष्ट शब्दों में फ्रान्स के संयुक्त राष्ट्रसंघ स्थित राजदूत ‘फ्रँकोईस देलात्रे’ ने ट्रम्प प्रशासन की बदली हुई भूमिका पर अपनी नाराज़गी जताई है|

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