सुदान की सेना ने प्रदर्शनकारियों के विरोध में की हुई कार्रवाई में ३५ लोगों की मौत – फिर से अराजकता का डर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरखार्तूम – सुदान की राजधानी खार्तूम में फिर से हिंसा शुरू हुई है और सेना ने प्रदर्शनाकारियों के विरोध में निर्दयता से की कार्रवाई में ३५ लोगों की मौत हुई है| इस कार्रवाई की वजह से पिछले कुछ दिन शांति की दिशा में बढ रहे सुदान में नए से प्रदर्शनों की शुरूआत हुई है| इस स्थिति में सुदान फिर से अराजकता की दिशा में बढने लगा है, यह डर व्यक्त किया जा रहा है|

पिछले वर्ष सुदान में तानाशाह और भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद के विरोध में आक्रामक और व्यापक प्रदर्शन शुरू हुआ था| करीबन चार महीनों से अधिक समय तक शुरू रहे इस प्रदर्शनों के बाद अप्रैल महीने में सेना ने बगावत करके बशिर का तख्तापलट किया था| लेकिन, बशिर की जगह पर सत्ता संभाल रहे सेना के अधिकारी भी कुछ ही दिनों में सत्ता से नीचे उतरने के लिए विवश हुए थे| प्रदर्शनकारियों के दबाव से देश में ‘ट्रान्झिशनल मिलिटरी कौन्सिल’ ने सूत्र हाथ में लिए है|

मई महीने में इस मिलिटरी कौन्सिल ने प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करके समझौता करने में सफलता हासिल की थी| लेकिन, इस समझौते में अपनी सभी मांगे पूरी नही हुई है और मिलिटरी कौन्सिल में जनतंत्रवादी सदस्यों का समावेश नही हुआ है, ऐसे मुद्दे आगे रखकर प्रदर्शनकारियों ने अपने प्रदर्शन जारी रखी थी| मिलिटरी कौन्सिल ने पिछले कुछ दिनों से लगातार प्रदर्शनकारियों को हटने के लिए इशारा दिया| लेकिन, प्रदर्शनकारियों ने पीछे हटने से इन्कार किया था|

ऐसी स्थिति में आपा खो बैठने पर सेना ने आखिरकार सोमवार के दिन प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करने का निर्णय किया| सेना ने सोमवार की सुबह के दौर में ही राजधानी खार्तूम में प्रदर्शनकारियों को हटाकर जगह खाली करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल करके लाठी चार्ज किया| लेकिन, इस पर भी प्रदर्शनकारी डटकर बने रहने से गोलियां दागी गई| सेना की इस गोलीबारी से प्रदर्शनकारियों में हडबडी मची और सेना की इस कार्रवाई में ३५ प्रदर्शकारियों की मौत हुई है और १०० से अधिक जख्मी होने की जानकारी सामने आयी है|

सेना की कार्रवाई के बाद प्रदर्शनकारियों ने राजधानी के साथ ही निकट के क्षेत्र में हिंसा शुरू की| रास्तों में कई जगहों पर आगजनी और पथराव होने का समाचार है| इस पृष्ठभूमि पर मिलिटरी कौन्सिलने प्रदर्शनकारियों के साथ किए सभी समझौते रद्द करने का ऐलान किया| समझौते रद्द करने के साथ ही अगले नौ महीनों में चुनाव करने का ऐलान भी किया गया| साथ ही राजधानी में हुई कार्रवाई और हिंसा के लिए प्रदर्शनकारियों को ही जिम्मेदार कहा गया है|

सोमवार से शुरू हुई हिंसा के कारण सुदान में शांति स्थापित होने की संभावना खतम होती दिख रही है| पिछले महीने में कुछ पश्‍चिमी प्रसार माध्यमों ने सुदान में जारी गतिविधियां खाडी क्षेत्र में प्रमुख देशों के बीच शुरू सत्तासंघर्ष का हिस्सा होने का दावा किया था|

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