केंद्र सरकार द्वारा टीकाकरण के लिए सुधारित सूचना जारी – टीके बर्बाद करने वाले राज्यों में टीकों का वितरण कम किया जाएगा

टीकाकरणनई दिल्ली – १८ से ४४ उम्र गुट के नागरिकों का भी फ्री में टीकाकरण केंद्र सरकार द्वारा किया जानेवाला है, ऐसा प्रधानमंत्री ने घोषित करने के बाद दूसरे दिन, केंद्र सरकार द्वारा टीकाकरण के संदर्भ में सुधारित गाइडलाइंस जारी किए गए। इन नई सूचनाओं में, टीका बर्बाद किए जाने की मात्रा पर रोक रहेगी, इसके एहतियात बरते गए हैं। इसके बाद, टीके बर्बाद करनेवाले राज्यों को टीके कम दिए जायेंगे। साथ ही, राज्यों में संक्रमण के प्रमाण के अनुसार टीके प्रदान करने के निकष तय किए गए हैं।

सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते समय, इसके बाद १८ से ४४ उम्र गुट के नागरिकों के टीकाकरण का कार्यक्रम भी केंद्र सरकार द्वारा ही चलाया जाएगा और राज्यों को इसके लिए मुफ्त में टीकें उपलब्ध करा दिए जायेंगे, ऐसी घोषणा की थी। इससे पहले, भारत की टीका उत्पादक कंपनियों से ५० प्रतिशत टीके केंद्र सरकार खरीद कर ४५ साल से अधिक उम्र के नागरिकों को टीकाकरण के लिए मुफ्त में उपलब्ध करा दे रही थी। वहीं, शेष ५० प्रतिशत टीके राज्य सरकार और प्राइवेट अस्पतालों एवं संस्थाओं को १८ से ४४ उम्र गुट के नागरिकों के टीकाकरण के लिए खरीद के लिए दिए जानेवाले थे। लेकिन टीकों की कम उपलब्धता और टीके खरीदने में आ रहीं मुश्किलों की वजह से, अब केंद्र सरकार ने ही यह कार्यक्रम हाथ में लिया है। २१ जून से यह टीकाकरण मुहिम शुरू होनेवाली है।

टीकाकरण मुहिम के लिए सुधारित गाइडलाइंस यानी मार्गदर्शक सूचनाएँ मंगलवार को जारी कीं गईं। इसके अनुसार, किसी राज्य को टीकों की सप्लाई करते समय, वहाँ संक्रमण की स्थिति क्या है उस पर टीकों की सप्लाई निर्भर होगी। संक्षेप में, जिन राज्यों में संक्रमण अधिक है, ऐसे राज्यों को अधिक टीके प्रदान किए जायेंगे, यह केंद्र सरकार ने इसके द्वारा स्पष्ट किया है।

साथ ही, टीको की आपूर्ति करने के नए निकषों में, टीके बर्बाद नहीं होंगे और टीके बर्बाद होने की मात्रा पर रोक रहेगी, ऐसे भी एहतियात बरते गए हैं। कुछ राज्यों में टीके बर्बाद करने की मात्रा चिंताजनक की। टीकों का कम उत्पादन और उसके अनुसार जब सप्लाई भी कम थी, ऐसे में अनुचित हैंडलिंग तथा अन्य बातों के कारण बर्बाद हुए टीकों के राज्यनिहाय आँकड़े सामने आए थे। एक तरफ केरल जैसे राज्य ने, उसे सप्लाई किए गए टीकों के वायल में होनेवाले अतिरिक्त डोस का भी इस्तेमाल करके, सप्लाई किए गए टीकों से अधिक टीकाकरण करने का आदर्श स्थापित किया। वहीं, दूसरी तरफ कुछ राज्यों में हजारों टीके बर्बाद होने की बात सामने आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार के अपने भाषण में इसपर गौर फरमाया था। इस पृष्ठभूमि पर, टीकाकरण की नई गाइडलाइंस में, राज्यों को टीकों की सप्लाई करते समय टीके बर्बाद करनेवाले राज्यों को टीकों की सप्लाई कम होगी, यह स्पष्ट रूप से जताया गया है। इसके लिए राज्यों की नेगेटिव मार्किंग की जाएगी, ऐसी खबर है।

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