अंतरिक्ष अमरिका की जायदाद नही है – चीन के विदेश मंत्रालय की आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग/वॉशिंगटन – चीन और रशिया ने अंतरिक्ष क्षेत्र का लष्करीकरण किया है और इन दोनों से अमरिका की सुरक्षा के लिए खतरा बनता है, ऐसा इशारा अमरिकी रक्षा मुख्यालय ‘पेंटॅगॉन’ ने अपने अहवाल में दिया है| पेंटॅगॉन की इस अहवाल पर चीन ने क्रोध जताकर अंतरिक्ष क्षेत्र यानी अमरिका की नीजि जायदाद नही है, ऐसी आलोचना की है| चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ‘हुआ चुनयिंग’ इन्होंने यह आलोचना करके साथ ही अमरिका के इस इशारे की वजह से चीन की अंतरिक्ष में शुरू गतिविधियां बंद नही होगी, यह भी डटकर कहा है|

वर्तमान में चीन और अमरिका के बीच कई मुद्दों पर विवाद बना है| इसमें से व्यापार युद्ध चरम सीमा पर पहुंचा है| ‘ईस्ट और साऊथ चाइना सी’ के विवाद पर चीन ने अमरिकी युद्धपोत डुबोने की धमकी भी दी है| इसके अलावा तैवान के मुद्दे पर भी चीन ने अपनी सेना को अमरिका के विरोध में युद्ध करने के लिए तैयार रहने के आदेश दिए है| चीन और अमरिका के बीच बने इस तनाव में अब अंतरिक्ष क्षेत्र का समावेश हुआ है और इसी दौरान चीन अमरिका के विरोध में अतंरिक्ष युद्ध पुकार सकता है, ऐसी चिंता अमरिका में लष्करी विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है|

चार दिन पहले पेंटेगॉन के ‘डिफेन्स इंटेलिजन्स एजन्सी’ ने (डीआईए) प्रसिद्ध किए अहवाल में भी चीन ने अंतरिक्ष क्षेत्र को लेकर रखी महत्वाकांक्षा पर फटकार लगाई है| चीन और रशिया इन दोनों देशों से अंतरिक्ष क्षेत्र का लष्करीकरण शुरू है, ऐसा आरोप ‘डीआईए’ ने अपने अहवाल में किया था| अंतरिक्ष में दिखाई दे रही यह शस्त्र स्पर्धा चोटी के पायदान पर पहुंची है और शत्रु देश अंतरिक्ष से अमरिका पर ‘कायनेटिक एनर्जी’ या परमाणु हमले कर सकते है, यह इशारा ‘डीआईए’ ने दिया था|

अमरिका के यह आरोप गैरजिम्मेदाराना है, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता चुनयिंग इन्होंने कहा है| ‘अंतरिक्ष क्षेत्र पर हर एक का हक है और यह सिर्फ अकेले अमरिका की जायदाद नही है’, ऐसा चुनयिंग ने स्पष्ट किया है| पिछले कई वर्षों से चीन और रशिया अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए योगदान कर रहे है और दोनों देशों ने इस क्षेत्र का लष्करीकरण किया नही है, ऐसा चुनयिंग इन्होंने कहा है| इस वजह से अमरिका को डर कर चीन अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास से वापसी नही करेगा, ऐसा चुनयिंग ने कहा है| लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में चीन ने किए उपग्रह विरोधी मिसाइल के परीक्षण से जुडी जानकारी चुनयिंग इन्होंने नही दी है|

इस दौरान, पिछले दशक में चीन ने तीन और रशिया ने दो बार उपग्रह विरोधी मिसाइल का परीक्षण करके अंतरिक्ष में मौजूद अपना बंद उपग्रह नष्ट किया था| इसके अलावा चीन अंतरिक्ष में ‘लेजर सैटलाईट’ तैनात करने की तैयारी में होने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे| लेजर बीम से लैस यह सैटलाईट अंतरिक्ष से विमान वाहक युद्धपोत, पनडुब्बी भी नष्ट कर सकेंगे, ऐसे दावे भी इन समाचारों में किए गए थे| उसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने ‘स्पेस फोस’ का गठन करने का ऐलान किया था|

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