रशियन बॉम्बर्स को भगाने के लिए दक्षिण कोरिया ने भेजे लडाकू विमान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरसेऊल: रशिया के छह बॉम्बर्स विमानों ने अपनी हवाई सीमा में घुसपैठ की थी, यह आरोप दक्षिण कोरिया ने किया है| रशियन बॉम्बर्स ने घुसपैठ करने पर उन्हें भगाने के लिए दक्षिण कोरिया ने लडाकू विमान भी भेजे| रशियन बॉम्बर्स विमानों ने दक्षिण कोरिया की सीमा में घुसपैठ करने का यह २० वां अवसर होने का दावा हो रहा है| दक्षिण कोरिया के साथ ही जापान के लडाकू विमानों ने भी हमारें विमानों के पीछे उडान भरी थी, यह बात रशिया ने कही है|

रशियन सेना के छह विमानों ने मंगलवार की सुबह कोरिया एअर डिफेन्स आइडेंटिफिकेशन झोन(केएडीआईझेड) यानी दक्षिण कोरिया की तय हवांई सीमा लांघ दी थी, यह आरोप कोरियन रक्षादल प्रमुख ने किया| करीबन छह घंटों के लिए रशिया के दो बॉम्बर्स और चार लडाकू विमान कोरियन हवाई सीमा में मंडरा रहे थे| इसमें तुपोलेव्ह टीयू९५ एमएसइन दो परमाणु बॉम्बर्स और तीन सुखोई२७एवं बेरिव्ह ए५०इस एवेक यंत्रणा के विमान शामिल थे|

अपनी हवाई सीमा में घुसपैठ करने से पहले रशियन विमानों ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन भी नही किया, इसी कारण दक्षिण कोरिया ने अपने लडाकू विमान भेजकर इन रशियन विमानों को पीछे हटने के लिए मजबूर किया| कोरियन वायुसेना के एफ१५के स्लैम इगलइन विमानों ने रशियन बॉम्बर्स का मार्ग रोककर उन्हें पीछे हटाया, यह जानकारी कोरियन रक्षा मंत्रालय ने दी| पर, रशियन लष्करी विमानों ने किसी भी देश की हवाई सीमा में घुसपैठ नही की है और रशियन बॉम्बर्स ने अंतरराष्ट्रीय नियमों के दायरे में ही उडान भरी थी, यह खुलासा रशिया ने किया है|

साथ ही अपने विमानों को भगाने के लिए दक्षिण कोरिया के साथ जापान के लडाकू विमान भी पहुंचे थे, ऐसा रशिया ने कहा है| रशिया ने किए इन आरोपों पर दक्षिण कोरिया औड़ जापान ने प्रतिक्रिया दर्ज नही की है| रशिया, जापान और दक्षिण कोरिया की सागरी एवं हवाई सीमा का मुद्दा हमेशा विवादित रहा है| जापान और दक्षिण कोरिया के दरमियान सी ऑफ जापानकी सीमा एक हुई है| इसके अलावा जापान और रशिया की सागरी सीमा का मुद्दा भी विवादित बना है| पर, रशियन विमान सिधे दक्षिण कोरिया तक पहुंचना चिंताजनक गतिविधि समझी जा रही है| पीछले कुछ महीनों में यह २० वीं घटना है|

इससे पहले जुलाई महीने में रशिया और दक्षिण कोरिया के विमान इसी तरह से एक दुसरे के सामने पहुंचे थे| रशिया और चीन के बॉम्बर्स एवं गश्ती विमानों का अभ्यास शुरू था तभी रशिया के बॉम्बर्स विमान दक्षिण कोरिया की हवाई सीमा तक जा पहुंचे थे| दक्षिण कोरियाने अपने लडाकू विमान भेजकर रशियन बॉम्बर्स को पीछे हटने का इशारा दिया था| इस वजह से कुछ समय के लिए इस क्षेत्र में तनाव बना था|

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