‘नायजर’ में हुए आतंकी हमले में २८ सैनिकों की मौत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरनिआमे – पश्‍चिमी अफ्रीका के ‘नायजर’ में लष्करी अड्डे पर हुए आतंकी हमले में २८ सैनिकों की मौत हुई| पिछले दो हफ्तों से पश्‍चिमी अफ्रीकी देश में हुआ यह तिसरा आतंकी हमला है| इसके पहले बुर्किना फासो एवं नाईजेरिया में हुए आतंकी हमलों में २० से भी अधिक लोगों की मौत हुई थी| यह सभी हमलें सीर्फ १५ दिनों के दरमियान हुए है| नायजर में हुए आतंकी हमलें ने अफ्रीका में आतंकवाद के खतरे में बढोतरी होने की बात उजागर की है|

मंगलवार के दिन अल कायदा से जुडी आतंकी संगठन ने माली की सीमा के निकट नायजर में टोंगो टोंगो क्षेत्र में हमला किया| इस आतंकी हमलें में १७ सैनिक जगह पर ही मारे गए| उसके बाद हुई मुठभेड में आतंकियों ने ११ लोगों को खतम करने की घटना जांच के दौरान स्पष्ट हुई| पिछले कुछ वर्षों में नायजर में हुए आतंकी हमलों में हाल ही में हुआ हमला दुसरे क्रमांक का बडा हमला साबित हो रहा है| हमलावर आतंकियों ने माली की सीमा से नाजयर में घुसपैठ की होगी, यह कहा जा रहा है|

पिछले हफ्ते में ही नाईजेरिया में लष्करी अड्डे पर हुए आतंकी हमले में ११ सैनिकोंने जान गंवाई थी| रविवार के दिन बुर्किना फासो में एक चर्च पर आतंकियोंने हमला करने से छह लोग मारे गए थे| बुर्किना फासो में फ्रान्स की सेना ने की हुई आतंकविरोधी कार्रवाई के दौरान फ्रान्स के दो सैनिकों की मौत हुई थी| एक के पीछे एक हो रहे इन आतंकी हमलों के कारण इस आतंकी हमलों की वजह से पश्‍चिमी अफ्रीका में फिर से आतंकी संगठनों के वर्चस्व में दुबारा बढोतरी होने के संकेत प्राप्त हो रहै|

फ्रान्स सरकार ने यूरोपिय देशों की सहायता से पश्‍चिमी अफ्रीका में ‘साहेल रिजन’ के तौर पर जाने जा रहे क्षेत्र में तीन हजार से भी अधिक सैनिकों के समावेश के साथ विशेष दल गठित किया गया था| इस दल ने आतंकविरोधी मुहीम के लिए कई प्लैन तैयार किए थे| लेकिन, एक के पीछे एक हो रहे आतंकी हमलों की वजह से यह मुहीम पर्याप्त मात्रा में कामयाब नही हो सकी है|

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