लेबनान में गोलीबारी में छह लोगों की मृत्यु – ३२ प्रदर्शनकारी घायल

गोलीबारीबैरूत – लेबनान की राजधानी बेरुत में गुरुवार को सुबह हुए हुई गोलीबारी में छह लोगों की मृत्यु हुई और ३२ लोग घायल हुए। हिजबुल्लाह और अमल इन गुटों ने आयोजित किए प्रदर्शनों पर गोलीबारी होने का आरोप हिजबुल्लाह के नेता कर रहे हैं। लेकिन घटनास्थल पर से जारी हुए वीडियो और फोटोग्राफ्स में, हिजबुल्लाह के समर्थक और आतंकवादी हाथ में राइफल्स तथा रॉकेट लॉन्चर्स लेकर खड़े होने की बात सामने आई है।

पिछले साल राजधानी बेरुत के बंदरगाह में अमोनियम नायट्रेट का संग्रहण किए गोदाम में भीषण विस्फोट हुआ था। इस विस्फोट में २१८ लोगों की जान गई थी और सात हज़ार लोग घायल हुए थे। इस विस्फोट के कारण १५ अरब डॉलर्स का नुकसान हुआ और तीन लाख लोग बेघर होने का दावा किया जाता है। इस गोदाम में अमोनियम नाइट्रेट इज ज्वालाग्रही रसायन का गैर कानूनी रूप में संग्रहण किया होने के आरोप हुए थे। साथ ही, हिजबुल्लाह ने ही यह संग्रहण किया, ऐसा भी बताया जा रहा था।

गोलीबारीइस घटना के बाद लेबनान की सरकार गिर गई और उसकी जाँच शुरू हुई थी। दो दिन पहले लेबनान के न्यायालय के न्यायाधीश तारेक बितार ने इस विस्फोट के मामले में तत्कालीन वित्त मंत्री अली हसन खलिल की गिरफ्तारी के आदेश दिए। खलिल यह हिजबुल्लाह के समर्थक हैं। इस कारण गुरुवार सुबह खलिल की गिरफ्तारी के विरोध में हिजबुल्लाह और अमल इन दो संगठनों ने बेरुत में प्रदर्शन शुरू किए।

गोलीबारीइन प्रदर्शनों के समय गोलीबारी होने का आरोप हिजबुल्लाह कर रहा है। इसके पीछे हिजबुल्लाह के कड़े विरोधक और खिस्तियन लेबेनीज फोर्सेस मुव्हमेंट होने का आरोप हिजबुल्लाह ने किया। राजनीतिक विरोध के कारण इस गुट में गोलीबारी की, ऐसा हिजबुल्लाह का कहना है। लेकिन इस गोलीबारी के पीछे अलग ही कारण होने का दावा लेबनीज जनता कर रही है।

हिजबुल्लाह के समर्थक और आतंकवादी सड़कों पर रायफल्स और रॉकेट लाँचर्स के साथ घूम रहे होने के फोटोग्राफ्स और व्हिडिओ वायरल हुए हैं। साथ ही, हिजबुल्लाह के वाहनों का बेड़ा बेरुत की दिशा में जाने की बात भी सामने आई है। इससे हिजबुल्लाह के विरोधक ऐसा सवाल कर रहे हैं कि कहीं हिजबुल्लाह लेबनान में गृह युद्ध भड़काने की कोशिश में तो नहीं है। पिछले साल बेरुत में हुआ विस्फोट और गुरुवार को हुई गोलीबारी की गहराई से और निष्पक्ष जाँच की जाए, ऐसी माँग लेबनान की हिजबुल्लाहविरोधी राजनीतिक पार्टियाँ कर रहीं हैं।

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