रक्षा मंत्री सीतारामन इनकी अमरिका यात्रा संपन्न

वॉशिंगटन – रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन इन का ५ दिनों का अमरिका दौरा संपन्न हुआ है| यह दौरा सफल रहा, ऐसा कहा जा रहा है| रशिया के साथ रक्षा साहित्य के व्यवहार करने के बाद अमरिका भारत पर प्रतिबंध जारी करेगा क्या? ऐसी चर्चा हो रही थी के, रक्षा मंत्री सीतारामन के इस दौरे में दोनों देशों में सामरिक सहयोग अधिक सक्षम होने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं| अधिकृत स्तर पर इस दौरे में कोई भी बड़ी घोषणा नहीं हुई है, फिर भी आने वाले समय में अधिक महत्वपूर्ण सहयोग एवं करार के निर्माण की नींव रक्षा मंत्री की इस अमरिका भेंट में रखी गई है, यह दिखाई दे रहा है|

अमरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस इनसे द्विपक्षीय चर्चा करने के बाद रक्षा मंत्री सीतारामन ने अमरिका के हवाई द्वीपों को भेंट दी है| इस जगह पर अमरिकन नौसेना के इंडो-पैसिफिक कमांड का मुख्यालय है| इसकी वजह से भारतीय रक्षा मंत्री की इस भेंट को बहुत बड़ा प्रतीकात्मक महत्व होने की बात उजागर हुई है| कुछ महीनों पहले अमरिका ने अपने पैसिफिक कमांड का नाम इंडो पैसिफिक कमांड किया था| यह बदलाव भारत का अमरिका को लग रहे सामरिक महत्व रेखांकित कर रहा है, इसलिए रक्षा मंत्री सीतारामन की हुई भेंट महत्वपूर्ण मानी जा रही है|

रक्षा मंत्री के इस भेंट में इंडो पैसिफिक क्षेत्र में गतिविधियों पर अधिक चर्चा होने की बात कही जा रही है| तथा अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान के बारे में उस समय चर्चा संपन्न हुई है| इसके साथ श्रीलंका एवं मालदीव में राजनीतिक उथल-पुथल पर भी रक्षा मंत्री सीतारामन ने अमरिका के इंडो पैसिफिक कमांड प्रमुख से चर्चा करने का वृत्त है| इन चारों देशों में चीन अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए जोरदार प्रयत्न कर रहा है| फिलहाल पाकिस्तान पर चीन का बढ़ रहा प्रभाव यह दक्षिण एशियाई देशों के साथ अमरिका के लिए चिंता की बात है| तथा श्रीलंका एवं मालदीव में अपने हस्तक को सत्ता मिले इसके लिए चीन ने किया हस्तक्षेप इस क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने वाला साबित हुआ है|

इस पृष्ठभूमि पर भारत एवं अमरिका का इस क्षेत्र में सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है| तथा आने वाले समय में अमरिका भारत के रक्षा सिद्धता के लिए संपूर्ण सहयोग करने के लिए तैयार होने का संदेश सीतारामन इनके इस दौरे से अधिक स्पष्ट तौर पर मिलता दिखाई दे रहा है| ट्रम्प प्रशासन भारत के साथ सहयोग के लिए अत्यंत उत्सुक है| इसीलिए दोनों देशों के इस सहयोग पर भारत के अन्य देशों के साथ बने सहयोग का परिणाम नहीं होगा, ऐसी गवाही ट्रम्प प्रशासन से भारत को दी जा रही है, ऐसा सूत्रों ने कहा है| तथा पिछले कई दिनों में भारत एवं अमरिका के वरिष्ठ नेताओं में हुई यह तीसरी चर्चा होने की बात इस निमित्त से सामने आ रही है|

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