बलोचिस्तान में हुए हमले में सात पाकिस्तानी सैनिक ढ़ेर

क्वेट्टा – बलोचिस्तान में लष्करी चौकी पर हुए हमले में सात पाकिस्तानी सैनिकों समेत दो नीजि सुरक्षा रक्षक मारे गए। राजधानी क्वेट्टा से लगभग १७० किलोमीटर दूरी पर हरनाई के पोस्ट पर बागी गुट ने किए इस हमले में पाकिस्तान की ‘फ्रंटिअर कोर’ के अन्य छह सैनिक भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इस हमले की निंदा की है और साथ ही यह आरोप किया है कि, विदेशी ताकतों से समर्थन प्राप्त करनेवाले आतंकियों ने यह हमला किया।

balochistan-pakबीते सप्ताह में पाकिस्तानी सेना ने की हुई एक कार्रवाई में बलोचिस्तान में १० विद्रोहियों की मौत हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर रविवार को भोर समय पाकिस्तानी चौकी पर किया गया यह हमला पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई पर दिया गया प्रत्युत्तर होने की बात समझी जा रही है। हरनाई क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना की चौकी पर ‘फ्रंटिअर कोर’ समेत नीजि सुरक्षा रक्षक भी तैनात हैं। इस चौकी पर बलोच बागीयों ने यकायक हमला किया। इस दौरान हुई मुठभेड़ में ‘फ्रंटिअर कोर’ के सात सैनिकों समेत दो नीजि सुरक्षा रक्षक मारे गए। इस दौरान छह सैनिक गंभीर रूप से घायल होने की जानकारी स्थानीय पुलिस अफसर ने प्रदान की।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान और शिक्षामंत्री शफ्कात महमूद ने इस हमले में लक्ष्य किए गए सैनिकों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते समय तीव्र शब्दों में निंदा की है। प्रधानमंत्री इम्रान खान ने इस हमले के पीछे विदेशी ताकतों का समर्थन प्राप्त होनेवाले आतंकियों का हाथ होने का आरोप किया है। पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के स्थान से करीबी इलाके में ‘सर्च ऑपरेशन’ शुरू करने की जानकारी प्रदान की है।

balochistan-pakबलोचिस्तान में तैनात पाकिस्तानी सेना पर बीते तीन महीनों में हुआ यह दूसरा बड़ा हमला माना जाता है। इससे पहले अक्तुबर में हुए हमले में ‘फ्रंटिअर कोर’ के आठ सैनिकों समेत १५ लोग मारे गए थे। इस हमले को विद्रोहियों की ‘बीआरएएस’ संगठन ने अंज़ाम दिया था। बलोचिस्तान आज़ाद होने तक पाकिस्तानी सेना पर ऐसे हमले जारी रहेंगे, यह इशारा भी इस संगठन ने दिया था।

बलोचिस्तान में ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) के माध्यम से चीन ने अरबों डॉलर्स का निवेश किया है। इस निवेश के साथ ही चीनी नागरिक और अफसरों की मौजुदगी भी बड़ी मात्रा में बढ़ी है और इसके खिलाफ बलोची जनता में तीव्र असंतोष है। इस वजह से बलोच बागी गुटों ने इसके खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई है और चीनी कंपनियों और कर्मचारियों के साथ ही वे सुरक्षा प्रदान करनेवाली पाकिस्तानी यंत्रणाओं को भी लक्ष्य करने लगे हैं।

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