सऊदी अरेबिया ने नागरिकता दी ‘रोबोट सोफ़िया’ विवाद के घेरे में

रियाध: सऊदी अरेबिया ने नागरिकता दी हुई दुनिया की पहली रोबोट ‘रोबोट सोफ़िया’ विवाद के घेरे में आ गई है। पिछले हफ्ते सऊदी अरेबिया में हुई इक परिषद में ‘ह्युमनोइड रोबोट’ ‘सोफ़िया’ को नागरिकता दी गई थी। इस दौरान, मै मानवजाति के कल्याण के लिए कार्यरत रहूंगी ऐसा कहने वाली ‘सोफ़िया’ ने डेढ़ वर्ष पहले मनुष्य को नष्ट करेंगे, ऐसा विवादास्पद वक्तव्य करने की बात सामने आई है। उसी समय, विश्लेषक अंतराष्ट्रीय खोजकर्ता और प्रख्यात उद्योजक एलोन मस्क ने ‘सोफ़िया’ की नागरिकता पर जोरदार टीका की है।

सऊदी के ‘क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान’ की पहल से पिछले हफ्ते ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव’ परिषद् का आयोजन किया गया था। इस परिषद् के दौरान ‘सोफ़िया’ इस ‘ह्युमनाइड रोबोट’ को यह नागरिकता दी गई थी। दुनिया के किसी देश ने ‘रोबोट’ को नागरिकता देने की यह पहली घटना है। ‘सोफ़िया’ का निर्माण हांगकांग के ‘हैनसन रोबोटिक्स’ के प्रमुख डॉ. डेविड हैनसन ने किया है। ‘सोफ़िया’ का दिमाग ‘आर्टिफीशियल ब्रेन’ है और उसके लिए डिजिटल करेंसी के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ‘ब्लोकचेन टेक्नोलॉजी’ का इस्तेमाल किया गया है।

‘रोबोट सोफ़िया’नागरिकता पाने वाली दुनिया की पहली रोबोट ‘सोफ़िया’ इन दिनों विवाद के घेरे में फंस गई है। ‘सोफ़िया’ को नागरिकता देते समय उसने डेढ़ साल पहले दिए विवादास्पद वक्तव्य की याद दिलाई गई है। मार्च २०१६ में हुए एक कार्यक्रम में ‘सोफ़िया’ का निर्माण करने वाले डॉ. हैनसन ने उसे सवाल किया। ‘तुझे मानवजाति को नष्ट करना है क्या? ऐसा पूछकर आगे ‘कृपया मत बोल’ ऐसा भी हैनसन कहा था। लेकिन उस समय ‘सोफ़िया’ ने ‘ओके! मै मनुष्यों को नष्ट करुँगी’, ऐसा जवाब दिया था। एक समय मनुष्यों को नष्ट करने की भाषा बोलने वाले रोबोट को सऊदी ने नागरिकता देने की वजह से नाराजगी जताई जा रही है।

‘रोबोट सोफ़िया’सऊदी अरेबिया में महिलाओं को विशेष अधिकार नहीं हैं ऐसे में ‘महिला’ का बाह्यरूप धारण किए हुए सोफ़िया जैसे रोबोट को नागरिकता देने की वजह से सऊदी साथ ही खाड़ी देशों से आलोचना की जा रही है। ‘इंस्टिट्यूट फॉर गल्फ अफेयर्स’ के निदेशक अली अल-अहमद ने सऊदी में बिना इस्लाम धर्मीय वालों को नागरिकता देने का प्रावधान नहीं है, इसकी याद दिलाई है। ऐसा होते हुए एक ‘रोबोट’ को नागरिकता देने पर अल-अहमद ने नाराजगी व्यक्त की है।

आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस’ क्षेत्र के खोजकर्ता प्रोफ़ेसर हुसेन अब्बास ने भी ‘सोफ़िया’ की नागरिकता पर आक्षेप लिया है। रोबोट सोफ़िया को दी गई नागरिकता मानव समूह से संबंधित ‘मूल पहचान’, ‘क़ानूनी हक’ और ‘सामाजिक अधिकार’ इन मुद्दों पर प्रहार करने वाली है।

‘रोबोट सोफ़िया’ ने सऊदी में एक सवाल का जवाब देते समय सूत्रधार को, तुम एलोन मस्क का कुछ ज्यादा ही पढ़ते हो, ऐसा ताना मारा था। मस्क ने एक ट्विटर द्वारा इसका जवाब दिया। ‘रोबोट सोफ़िया’ में ‘इनपुट’ के तौर पर ‘द गॉडफादर’ इस फिल्म की श्रृंखला भरके रखी जाए; तब देखते हैं कितने बुरे परिणाम हो सकते हैं?’, इन शब्दों में मस्क ने ‘रोबोट सोफ़िया’ और उसके निर्माताओं को सूचक शब्दों में जवाब दिया था।

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