महाराष्ट्र में जारी प्रतिबंध १ मई के बाद भी कामय रह सकते हैं – स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे

मुंबई – महाराष्ट्र में फिलहाल कर्फ्यू लगाया गया है। कोरोना संक्रमण की श्रृंखला खंड़ित करना ही इन प्रतिबंधों का उद्देश्‍य है। लेकिन, कोरोना संक्रमण अगले पंद्रह दिनों में नियंत्रित नहीं हुआ तो यह प्रतिबंध आगे भी कामय रह सकते हैं, ऐसा बयान राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने किया है। शनिवार के दिन राज्य में ४०० से अधिक कोरोना संक्रमित मृत हुए और ६७ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए।

maharashtra-restrictionsदेश में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में पाए जा रहे हैं। साथ ही सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों की मौतें महाराष्ट्र में ही हो रही हैं। हर दस लाख जनसंख्या के पीछे सबसे अधिक कोरोना संक्रमण वाले देश के १० में से ४ शहर महाराष्ट्र के है। नासिक, नागपुर, पुणे और मुंबई शहर में कोरोना की स्थिति काफी ड़रावनी है। जनसंख्या और पाए जा रहे कोरोना के नए मामलों का विचार करें तो नासिक शहर सबसे ऊपरी स्थान पर है। नासिक में बीते महीने से अब तक कोरोना के तकरीबन ९८ हज़ार नए मामले पाए गए हैं। नासिक की जनसंख्या पर गौर करें तो बीते महीने से शहर में प्रति दस लाख में से ४६ हज़ार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं।

यही मात्रा, नागपुर में ४५,८०० है। पुणे में प्रति १० लाख में से ३६ हज़ार और मुंबई में १८ हज़ार नागरिक कोरोना संक्रमित हैं। इसके बाद लखनऊ, बंगलुरू, भोपाल, इंदौर, दिल्ली, पटना में कोरोना संक्रमण की मात्रा अधिक पाई गई है।

महाराष्ट्र में रोज़ाना ६० हज़ार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं और ३५० से अधिक संक्रमित मृत हुए हैं। शनिवार के दिन खत्म हुए २४ घंटों के दौरान राज्य में ४१९ संक्रमित मृत हुए और ६७,१२३ नए मामले दर्ज़ हुए। राज्य में २४ घंटों में पाए गए कोरोना के आँकड़ों का यह नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ है।

मुंबई में एक दिन में ५२ संक्रमित मृत हुए और ८३३४ नए मामले सामने आए। पुणे जिले में बीते २४ घंटों के दौरान ४७ संक्रमितों ने दम तोड़ा और ११ हज़ार से अधिक नए संक्रमित पाए गए। पुणे में मृत हुए संक्रमितों में से ८ ग्रामिण इलाके के हैं और ३६ की मौत पुणे पालिका और पिंपरी-चिंचवड़ क्षेत्र में हुई। शनिवार के एक दिन में नागपुर में ७९ कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा और करीबन ७ हज़ार नए मामले सामने आए।

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का यह विस्फोट रोकने के लिए राज्य में फिलहाल १५ दिन लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध जारी किए गए हैं। राज्यभर में कर्फ्यू घोषित किया गया है और अत्यावश्‍यक सेवाएं, जीवनावश्‍यक सामानों के दुकान खुले हैं। इस वजह से सड़कों पर भीड़ कम होती दिख रही है। लेकिन, कु्छ स्थानों पर यह प्रतिबंध नाकाम होते दिख रहे हैं और मास्क लगाने के नियम का भी पालन ना होने से संक्रमण पर काबू पाना संभव ना होता दिख रहा है।

इस पृष्ठभूमि पर राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने प्रतिबंधों की अवधि बढ़ सकती है, ऐसा कहा। अभी इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। कोरोना की स्थिति पर यह निर्णय निर्भर करेगा। १५ दिनों के कर्फ्यू का क्या असर हुआ और उस समय की स्थिति का जायज़ा लेकर प्रतिबंधों की अवधि बढ़ानी है या नहीं, यह निर्णय किया जाएगा, ऐसा टोपे ने कहा।

इसी बीच जनता इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करती हुई दिखाई देने से अब अधिक सख्त लॉकडाउन का ऐलान करने पर भी विचार जारी होने के संकेत राज्य सरकार दे रही है। साथ ही कोरोना की तीसरी और अधिक लहरें टकरा सकती हैं, ऐसा ड़र व्यक्त करके महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने उद्योगजगत को कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर अपनी कार्यप्रणाली में बदलाव करने का आवाहन किया है।

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