नायकू के ढ़ेर होने से हिल गया है सलाउद्दीन

इस्लामाबाद,  (वृत्तसंस्था) – रियाज नायकू के ढ़ेर होने से हमें काफी बड़ा झटका लगा है, यह बात हिजबुल मुजाहिदीन का प्रमुख सय्यद सलाउद्दीन ने स्वीकार की है। पाकिस्तान में आयोजित की गई भरीं सभा में नायकू के मारे जाने का शोक जताकर सलाउद्दीन ने, इस वक्त दुश्‍मन का पलड़ा भारी है, यह बयान करके अपना आतंकी संगठन कमज़ोर होने की बात क़बूल की है। लेकिन, इस स्थिति के लिए सलाउद्दीन ने पाकिस्तान की सरकार की परास्त मनोबल की नीति को जिम्मेदार कहा है। जम्मू-कश्‍मीर के हंड़वारा में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो वरिष्ठ अफसरों के समेत पाँच सैनिक शहीद हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी सय्यद सलाउद्दीन ने स्वीकार की थी। यह हमला रियाज ने ही करवाया था, यह बयान सय्यद सलाउद्दीन ने भरी सभा में किया। लेकिन उसके बाद भारतीय सेना की कार्रवाई में नायकू ढ़ेर हुआ और इससे हमें काफी बड़ा झटका लगा है, यह बात सलाउद्दीन ने काँपते हुए स्वर में बयान की। इतना ही नहीं, बल्कि जनवरी महीने से अब तक भारतीय सुरक्षा दलों ने जम्मू-कश्‍मीर में करीबन ८० आतंकियों को ढ़ेर किया है। यह सच्चाई भी सलाउद्दी ने इस दौरान स्वीकार की है।

ये सभी आतंकी उच्च शिक्षित थे, यह दावा भी सलाउद्दीन ने इस दौरान किया। साथ ही, इस वजह से अपना आतंकी संगठन कमजोर हुआ है, यह बात भी हिजबुल के प्रमुख ने स्वीकार की है। पाकिस्तान की सरकार की परास्त मनोबल की नीति और आंतर्राष्ट्रीय दबाव का ड़र कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों पर बुरा असर कर रहा है, यह अफसोस भी सलाउद्दीन ने जताया। अलग शब्दों में, अपनी आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान ने अधिक सहायता प्रदान करने की ज़रूरत होने का दावा सलाउद्दीन कर रहा है। सन २०१६ में हिजबुल का कमांडर बुऱ्हान वानी को भारतीय सुरक्षा दलों ने ढ़ेर किया था और इसके बाद यही सय्यद सलाउद्दीन भारत को युद्ध की धमकियाँ दे रहा था। जल्द ही, कश्‍मीर की नियंत्रण रेखा मिटाई जाएगी और पूरा कश्‍मीर एक होकर पाकिस्तान के नियंत्रण में होगा, यह दावा सलाउद्दीन ने उस समय किया था। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से भारतीय सेना और सुरक्षा दलों ने तथा जम्मू-कश्‍मीर पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम देकर सैकड़ो आतंकियों को ढ़ेर किया है और इस वज़ह से आतंकी संगठनों की कमर टूट चुकी है।

आतंकी और आतंकियों के कमांड़रों को, मात्र कुछ दिनों में ढ़ेर करने का सिलसिला भारतीय सुरक्षा दलों ने शुरू किया था। इस वजह से, किसी की आतंकी कमांड़र के तौर पर नियुक्ती होने के कुछ ही दिनों में वह ढ़ेर होने की ख़बर प्रकाशित हो रही थी। इस वजह से आतंकी संगठनों में भर्ती होने की मात्रा में बड़ी गिरावट हुई। ऐसें में ही, अब रियाज नायकू जैसें आतंकियों के सरगना भी ढ़ेर होना शुरू होने की कारण, जम्मू-कश्‍मीर से आतंकी संगठनों की ज़ड़ें तबाह की जा रहीं हैं। पहले के दौर में, आतंकियों के ड़र से सुरक्षा दलों की सहायता ना करनेवालें कश्‍मीरी नागरिक अब सुरक्षा दलों से सहयोग कर रहें हैं। इस वजह से आतंकवाद विरोधी कार्रवाई को और भी बल प्राप्त हो रहा है।

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