समुद्री क्षेत्र एवं मछुआरों की सुरक्षा के लिए फिलिपाईन्स ‘साउथ चायना सी’ में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ाएगा

मनिला – चीन ने अपने तटरक्षक बल को ‘साउथ चायना सी’ के समुद्री क्षेत्र के लिए खतरा साबित होनेवाले विदेशी जहाज़ों पर कार्रवाई करने के लिए प्रदान किए अधिकार काफी खतरनाक होने का इशारा फिलिपाईन्स के सेनाप्रमुख ने दिया है। चीन की इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए फिलिपाईन्स ‘साउथ चायना सी’ में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ाएगा, यह बयान फिलिपिनी सेनाप्रमुख सिरिलितो सोबजना ने किया है। इसी बीच फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष रॉड्रिगो दुअर्ते ने अमरीका को फिलिपाईन्स के साथ रक्षा सहयोग कायम रखना हो तो अतिरिक्त निधी प्रदान करना होगा, यह इशारा दिया है।

नौसेना की तैनाती

बीते महीने में चीन के तटरक्षक बल के लिए विशेष कानून पारित किया गया। इसके अनुसार चीन के तटरक्षक बल को विदेशी जहाज़ों के विरोध में हथियारों का प्रयोग करने की अनुमति प्रदान की गई है। ‘ईस्ट और साउथ चायना सी’ क्षेत्रों में विदेशी संगठन या व्यक्ति से चीन की संप्रभुता, सार्वभौम अधिकार या समुद्री क्षेत्र को खतरा निर्माण हुआ तो इनके खिलाफ हथियारों का प्रयोग करे’, ऐसे चीन ने इस कानून द्वारा आदेश दिए हैं। चीन की इस नीति पर आग्नेय एशियाई देशों ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है।

‘समुद्री क्षेत्र में घुसपैठ करने पर हमला करने से संबंधित चीन का ऐलान काफी खतरनाक है। इसे प्रत्युत्तर देने के लिए फिलिपाईन्स ‘साउथ चायना सी’ में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ा रहा है। यह अतिरिक्त तैनाती चीन के विरोध में युद्ध शुरू करने के लिए नहीं है, बल्कि फिलिपिनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए होगी’, यह बात फिलिपिनी सेनाप्रमुख सिरिलितो सोबजना ने कही है। फिलिपाईन्स के विदेश विभाग ने भी चीन के तटरक्षक बल को प्राप्त हुए अधिकारों पर तीव्र नाराज़गी व्यक्त की है।

नौसेना की तैनाती

‘किसी कानून पर अमल करने का सार्वभौम अधिकार होने के बावजूद यदि चीन ने उठाए कदम फिलिपाईन्स के कानूनी गतिविधियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। चीन ने तटरक्षक कानून का अमल करने पर इसे तीव्र विरोध किया जाएगा’, यह इशारा भी विदेश विभाग ने दिया है। इसी बीच, अमरीका और फिलिपाईन्स के बीच हुए रक्षा सहयोग के समझौते के मुद्दे पर फिलिपाईन्स के राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने पुख्ता भूमिका अपनाई है।

अमरीका और फिलिपाईन्स के बीच हुआ ‘विजिटिंग फोर्सेस डील’ आगे बरकरार रखना हो तो इसके लिए अमरीका से अतिरिक्त निधी उपलब्ध होना आवश्‍यक है, ऐसा इशारा दुअर्ते ने दिया है। अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने बीते हफ्ते में ही फिलिपाईन्स के साथ रक्षा समझौते पर बयान करते समय यह समझौता काफी अहम होने का बयान किया था। लेकिन, फिलिपाईन्स में इस मुद्दे पर अभी कुछ मात्रा में नाराज़गी है और राष्ट्राध्यक्ष दुअर्ते ने अमरीका के सामने रखी माँग इसी का हिस्सा होने की बात समझी जाती है।

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