रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दिए दो नए ‘डूम्सडे प्लेन्स’ तैयार रखने के आदेश

मास्को – परमाणु युद्ध के दौरान रशियन रक्षाबलों के कमांड़ पर नियंत्रण रखने के लिए राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दो नए ‘डूम्सडे प्लेन्स’ तैयार रखने के आदेश दिए हैं। रशिया के ‘वोरोनेज़ एविएशन प्लांट’ पर इन विमानों का निर्माण जारी होने की जानकारी सूत्रों ने प्रदान की है। नए ‘डूम्सडे प्लेन्स’ ४ इंजन्स से लैस होंगे और यह विमान ‘आयएल ९६-४००एम’ नामक यात्री विमान पर आधारित होंगे, ऐसा कहा जा रहा है।

‘डूम्सडे प्लेन्स’परमाणु युद्ध या अन्य भयंकर आपत्ति के दौरान ज़मीन पर रक्षाबलों की कमांड तहसनहस होने के बाद रक्षाबलों की कमांड संभालने की यंत्रणा से लैस विमान ‘डूम्सडे प्लेन’ के तौर पर पहचाने जाते हैं। अमरीका और रशिया दोनों के बेड़े में ऐसे चार ‘डूम्सडे प्लेन्स’ तैनात होने की बात कही जाती है। रशिया के ‘डूम्सडे प्लेन्स’ १९७०-८० के दशक में बने ‘आयएल-८०’ यात्री विमानों पर आधारित हैं।

‘डूम्सडे प्लेन्स’वर्तमान में रशिया और पश्‍चिमी देशों के बीच काफी तनाव है। युक्रैन, बेलारूस और सायबर हमलों के मुद्दे पर यह तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमरीका और रशिया के बीच किए गए परमाणु हथियारों से संबंधित ‘आयएनएफ ट्रीटि’ से बाहर होने का निर्णय किया है। साथ ही यूरोप में नाटो का विस्तार और हो रहे युद्धाभ्यास की वजह से रशिया चिंतित है और अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाने की दिशा में तेज़ कदम बढ़ा रही है। बीते कुछ वर्षों के दौरान रशिया ने हायपरसोनिक मिसाइलों के साथ नए परमाणु हथियार विकसित करने पर भी जोर दिया है।

रशिया ने एक पूरा शहर तबाह करने की क्षमता वाले ‘डूम्सडे ड्रोन’ एवं ‘डूम्सडे मिसाइल’ का निर्माण करने की खबरें भी प्रसिद्ध हुई थी। अब नए ‘डूम्सडे प्लेन्स’ का निर्माण इसके आगे का चरण होने की बात दिख रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि, रशिया के यह नए ‘डूम्सडे प्लेन्स’ छह हज़ार किलोमीटर्स के दायरे में परमाणु अस्त्र प्रक्षेपित करने के आदेश देने की क्षमता रखते हैं। इन विमानों की यह क्षमता मौजूदा ‘डूम्सडे प्लेन्स’ से दोगुनी होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की है।

बीते वर्ष रशिया के एक ‘डूम्सडे प्लेन’ की दूरसंचार यंत्रणा की चोरी होने की घटना सामने आयी थी। इस घटना से रशिया में बड़ी सनसनी निर्माण हुई थी।

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