अत्यधिक पूर्वी क्षेत्र में रशिया लष्करी तैनाती बढ़ाएगी – रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु

मास्को – चीन की सीमा समेत एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर रशिया ने अपने अत्यधिक पूर्वी (फार ईस्ट) इलाकों में लष्करी तैनाती बढ़ाने का निर्णय किया है। रशिया के रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने यह ऐलान किया। अतिरिक्त लष्करी टुकड़ीयों के साथ नई और प्रगत रक्षा यंत्रणाओं के समावेश वाले ५०० युनिट्स की वहां पर तैनाती होगी ऐसा रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने कहा है।

चीन ने साउथ चायना सी और ईस्ट चायना सी में वर्चस्व स्थापित करने के लिए बड़ी मात्रा में गतिविधियां शुरू की हैं। चीन की इन हरकतों को प्रत्युत्तर देने के लिए इस क्षेत्र में अमरीका ने भी अपनी लष्करी तैनाती में काफी बढ़ोतरी की है। साथ ही जापान, दक्षिण कोरिया और तैवान ने भी लष्करी तैयारी बढ़ाने के लिए तेज़ गतिविधियां शुरू की हैं। इसके कारण इस क्षेत्र में अमरीका और चीन के बीच युद्ध शुरू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने भी अपनी तैयारी शुरू की है, यह बात रक्षामंत्री सर्जेई शोईगु ने किए ऐलान से स्पष्ट हो रही है। शोईगु ने ‘फार ईस्ट’ क्षेत्र में अतिरिक्त लष्करी तैनाती करने की जानकारी साझा करने के साथ ही आर्क्टिक क्षेत्र की ज़िम्मेदारी संभाल रही रशियन नौसेना की नॉर्दर्न फ्लीट के लिए भी तैनाती बढ़ाने के संकेत दिए हैं। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमीत्रि पेस्कोव ने भी फार ईस्ट रीजन में लष्करी तैनाती बढ़ाने के समाचार की पुष्टी की है। साथ ही उन्होंने अमरीका का नाम लिए बगैर इस क्षेत्र में बाहरी देशों की हरकतों की वजह से तनाव निर्माण हुआ हैं, यह आरोप भी लगाया।

इसी बीच रशिया कर रही अतिरिक्त तैनाती का संबंध इस क्षेत्र में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के खिलाफ जारी प्रदर्शनों से हो सकता है, यह दावा भी कुछ विश्‍लेषक कर रहे हैं। चीन की सीमा से जुड़े खाबरवोस्क शहर में एक महीने से अधिक समय से पुतिन के खिलाफ़ प्रदर्शन हो रहे हैं।

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