रशिया के विदेशी मुद्रा के भंडार पर अमरिका का कब्ज़ा, ‘आर्थिक युद्ध’ की घोषणा साबित हो सकती है – रशिया के वित्तमंत्री का इशारा

मॉस्को: ‘अमरिका के संभाव्य प्रतिबंधों का मुकाबला करने के लिए रशिया का बजट तैयार है। फिर भी अमरिका ने इन प्रतिबंधों में रशिया के विदेशी मुद्रा के भंडार का समावेश किया, तो उसे रशिया के खिलाफ आर्थिक युद्ध की घोषणा मानी जाएगी’, ऐसा कठोर इशारा रशिया के वित्तमंत्री ‘अँटोन सिलूनोव्ह’ ने दिया है। रशिया पर नए प्रतिबन्ध लगाने के लिए अमरिका के सिनेटर्स की ओरसे जोरदार गतिविधियाँ शुरू हैं, यह खबर कुछ दिनों पहले ही प्रसिद्द हुई थी।

‘आर्थिक युद्ध’

अमरिका के सिनेट ने रशिया पर नए प्रतिबन्ध लगाने की तैयारी शुरू करने का दावा किया जाता है। इन नए प्रतिबंधों में रशिया के सोने और आरक्षित विदेशी मुद्रा के भंडार को लक्ष्य बनाया जा सकता है, ऐसी कड़ी संभावना जताई जा रही है। लेकिन ‘अमरिका ने रशिया का सोना और विदेशी मुद्रा के भंडार को हडपने की कोशिश की तो वह भी आर्थिक आतंकवाद साबित होगा’, ऐसा इशारा सिलूनोव्ह ने ने दिया है। लेकिन अमरिका इस तरह की परिस्थिति निर्माण नहीं करेगा, ऐसा भरोसा रशिया के वित्तमंत्री ने जताया है।

दो सालों पहले युक्रेन से ‘क्रिमिया’ का विघटन होने के बाद ‘सेंट्रल बैंक ऑफ़ रशिया’ ने अमरिका के ‘न्यूयॉर्क फ़ेडरल’ से लगभग ११५ अरब डॉलर्स निकाल लिए थे। दो हफ़्तों के बाद रशियन अधिकारीयों ने इस पैसे को रशियन बैंक में जमा किया था। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के पिंजरे से छूटने के लिए रशिया ने यह गतिविधि की है। फिर भी अमरिका में रशिया के विदेशी मुद्रा का भंडार बड़ा होने का दावा किया जाता है। इस पृष्ठभूमि पर रशिया की ओरसे सतर्क कदम उठाए जा रहे हैं।

‘आर्थिक युद्ध’

इंधन का मूल्य नीचे आने की वजह से रशिया की आमदनी घट गई है। साथ ही अमरिका और पश्चिमी देशों ने लगाए प्रतिबंधों की वजह से रशियन अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ गया था। ऐसी स्थिति में अमरिका की ओरसे रशिया पर नए प्रतिबन्ध लादे जाने की संभावना जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर, पिछले कुछ महीनों से रशियन वित्त मंत्रालय इन सभी घटनाक्रमों का विचार करके बजट तैयार कर रहा है, यह जानकारी रशियन वित्तमंत्री ने दी है।

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