रशिया-अमरिका परमाणु अस्त्र प्रतिबंध समझौते में चीन शामिल नही होगा – चीन के विदेशमंत्री वैंग ई

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – ‘रशिया और चीन के बीच परमाणु अस्त्र प्रतिबंध समझौते संबंधी होनेवाली बातचीत में चीन रुचि नही रखता| ऐसी बातचीत में शामिल होने की चीन को जरूरत ही नही है’, यह कहकर चीन के विदेशमंत्री ‘वँग ई’ इन्होंने परमाणु अस्त्र निर्माण संबंधी अपनी देश की भूमिका स्पष्ट की| रशिया और अमरिका की तुलना में हमारे देश में परमाणु हथियारों की संख्या कम है, यह भी चीन के विदेशमंत्री ने कहा| परमाणु अस्त्र एवं मिसाइलों पर प्रतिबंध के विषय में होनेवाले ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते में रशिया के साथ चीन भी शामिल हो, यह निवेदन अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने किया था| लेकिन, अपने देश को इस समझौते की जरूरत नही है, यह कहकर विदेशमंत्री वँग ने अमरिका ने रखा निवेदन ठुकराया|

चीन के विदेशमंत्री वँग ने हालही में रशिया की यात्रा की थी| इस दौरान वँग ने रशियन विदेशमंत्री र्सेई लॅव्हरोव्ह से भेंट की थी| चीन और रशिया के विदेशमंत्री की इस भेंट में अमरिका ने रखे ‘स्ट्रॅटेजिक आर्म्स रिडक्शन ट्रिटी’ (न्यू स्टार्ट) संबंधी प्रस्ताव पर अधिक बातचीत होने की जानकारी माध्यमों ने दी थी| लॅव्हरोव्ह इनके साथ हुई इस बातचीत के बाद चीन के विदेशमंत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते समय परमाणु अस्त्र बंदी समझौते के द्विपक्षीय बातचीत में शामिल नही होंगे, यह स्पष्ट किया|

‘परमाणु अस्त्रों की संख्या सीमित रखने संबंधी रशिया और अमरिका में होनेवाली इस बातचीत में एवं इस समझौते का हिस्सा होने में चीन को जरा भी रूचि नही है’, यह कहकर वँग इन्होंने अमरिका का प्रस्ताव ठुकराया| साथ ही चीन के परमाणु अस्त्रों की संख्या काफी कम है और चीन के रक्षा संबंधी नीति के तहेत यह संख्या उचित होने का दावा विदेशमंत्री वँग इन्होंने किया| कोरियन क्षेत्र में बढ रही अनिश्‍चितता की पृष्ठभूमि पर चीन ने आत्मरक्षा के लिए इन परमाणु अस्त्रों का निर्माण किया है, ऐसा विदेशमंत्री वँग इन्होंने पत्रकारों से कहा|

अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ इनकी रशिया यात्रा से पहले चीन के विदेशमंत्री ने लॅव्हरोव्ह इनकी भेंट करके जिनपिंग सरकार की भूमिका स्पष्ट की| अमरिका और रशियन विदेशमंत्री की भेंट में ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते के विषय पर बातचीत होनी है| पिछले हफ्ते में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने फोन पर बातचीत की थी| इस दौरान उन्होंने परमाणु अस्त्रों की संख्या सीमित रखने के लिए ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते पर बातचीत की| इस ‘न्यू स्टार्ट’ समझौते में अमरिका और रशिया के साथ चीन को भी शामिल कराने के लिए अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने निवेदन किया था|

अमरिका अपने परमाणु अस्त्रों की संख्या सीमित रख रही है, ऐसे में चीन अपने परमाणु अस्त्र और बैलस्टिक एवं हायपरसोनिक मिसाइल का तेजी से निर्माण कर रहा है| चीन ने पनडुब्बी, लडाकू विमान पर हायपरसोनिक एवं परमाणु बैलस्टिक मिसाइल तैनात करने की तैयारी की है| इस पृष्ठभूमि पर चीन भी ‘न्यू स्टार्ट’ का हिस्सा हो, यह अमरिका की मांग है| लेकिन, चीन अपने परमाणु हथियार और मिसाइल की संख्या सीमित करने के लिए तैयार नही हो रहा| इस नीति की वजह से चीन गैरजिम्मेदार परमाणु शक्ति होने का आरोप करके अमरिका अपनी नई आक्रामक परमाणु अस्त्रों से संबंधी नीति का जोरों से समर्थन कर सकती है|

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