इदलिब में जारी संघर्ष को लेकर रशिया और तुर्की ने रखे एक-दुसरें पर आरोप

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अंकारा/मास्को – सीरिया के इदलिब में जारी संघर्ष को लेकर रशिया और तुर्की के बीच आरोपप्रतिआरोप होने की तीव्रता और भी बढी है| अस्साद हुकूमत ने इदलिब में शुरू किए नरसंहार को रशिया का समर्थन होने का आरोप तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने किया है| वही, इदलिब में सेना तैनात करके तुर्की वहां की स्थिति और भी बिगाड रहा है, ऐसी आलोचना रशिया ने की है|

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने कुछ घंटे पहले ही इदलिब में सीरियन सेना की कार्रवाई पर आलोचना की थी| ‘सीरिनय सेना ने इदलिब में तुर्की से जुडे बागियों पर हमलें करना बंद नही किया तो सीरियन सैनिक जहां देखे जाएंगे वहां पर हमलें करेंगे, यह धमकी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने दी थी| साथ ही इदलिब की जनता पर लगातार हमलें करके नरसंहार कर रहे और खून बहा रहे अस्साद की हुकूमत को रशियन सेना और ईरान समर्थक सैनिकों का समर्थन होने का आरोप एर्दोगन ने किया

तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने किए इन आरोपों की वजह से गुस्सा हुए रशिया ने इदलिब में बनी स्थिति के लिए तुर्की ही जिम्मेदार होने का आरोप किया| ‘सीरिया के इदलिब में तुर्की के सैनिक तैनात है| तुर्की ने इस प्रांत में स्थिरता निर्माण करने का वादा किया था| पर, वहां पर मौजूद आतंकियों को खतम करने में तुर्की नाकाम हुआ है| आज भी इदलिब में आतंकी संगठन कार्यरत है, इन कडे शब्दों में रशियन राष्ट्राध्यक्ष के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने तुर्की को जिम्मेदार पकडा है

साथ ही सीरियन सेना इदलिब में इन आतंकियों पर कार्रवाई कर रही है, तभी उनके विरोध में सेना तैनात करके तुर्की वहां की स्थिति और भी बिगाड रहा है, यह आरोप पेस्कोव्ह ने किया| इससे पहले वर्ष २०१५ में तुर्की ने सीरिया में रशिया का लडाकू विमान गिराया था| इसके बाद तुर्की और रशिया एक दुसरे के सामने खडे हुए थे| पर, अगले दिनों में सीरिया के संघर्ष को लेकर अमरिका के साथ सामरिक विवाद होने से रशिया और तुर्की के बीच सहयोग स्थापित हुआ था|

पर, पिछले कुछ दिनों से सीरिया के संघर्ष में रशिया और तुर्की के बीच मतभेद बने है| सीरियन सेना और रशिया के हमले में अपने १३ सैनिक मारे जाने के बाद तुर्की की आक्रमकता में बढोतरी हुई है| तुर्की अब सीरियन सेना पर हमलें करने की धमकी दे रहा है| वही, इदलिब में संघर्ष ना हो, इस लिए तुर्की और रशिया के राष्ट्राध्यक्ष बातचीत कर रहे है, यह दावा रशिया कर रहा है| पर, पिछले पांच वर्षों में पहली बार रशिया और तुर्की के बीच मतभेद होने की बात दिख रही है|

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