रशिया पश्चिमी देशों के साथ राजनीतिक संबंध तोड़ेगा – रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और सिक्युरिटी काऊन्सिल के उपाध्यक्ष

मॉस्को – ‘पश्चिमी देशों के साथ राजनीतिक संबंध तोड़कर रशिया पर लगाए जा रहे प्रतिबंधों का जल्द ही प्रत्युत्तर दिया जाएगा। पश्चिमी देशों की रशिया में स्थित संपत्ति फ्रिज की जाएगी। साथ ही, अमरीका के साथ किए परमाणु हथियार विषयक समझौते से भी रशिया किनारा करेगा’, ऐसी चेतावनी रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष और रशियन सिक्युरिटी काऊन्सिल के उपाध्यक्ष दिमित्रि मेदवेदेव्ह ने दिया है।

पिछले हफ्ते में रशिया ने युक्रेन में सेना घुसाने के बाद अमरीका और पश्चिमी मित्रदेशों ने रशिया पर कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की। रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन समेत सरकार के वरिष्ठ नेता, सरकार से जुड़े अरबपति, उद्यमी, बैंक्स और व्यापारी वर्ग इन पर अमरीका, ब्रिटेन और युरोपीय महासंघ ने प्रतिबंध घोषित किए थे। साथ ही, रशिया की सेमीकंडक्टर और सेना से जुड़ीं कंपनियों को भी पश्चिमी देशों ने इन प्रतिबंधों में लक्ष्य किया था।

पिछले कुछ घंटों में इसमें ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान ये अमरीका के सहयोगी देश भी शामिल हुए हैं। इन प्रतिबंधों के कारण रशियन करेंसी फिसली हुई होने का दावा पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। रशिया पर लगाए प्रतिबंध रशियन हुकूमत को सबक सिखानेवाले साबित होंगे, ऐसा दावा पश्चिमी नेता, विश्लेषक और माध्यमों ने किया था। लेकिन रशिया ने इन प्रतिबंधों का सामना करने की तैयारी पहले से ही की थी, ऐसा दावा विशेषज्ञों ने किया था।

रशिया के सिक्युरिटी काऊन्सिल के उपाध्यक्ष दिमित्रि मेदवेदेव्ह ने अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी के साथ वार्तालाप करते समय प्रत्युत्तर की यह चेतावनी दी। इसकी शुरुआत पश्चिमी देशों के साथ राजनीतिक संबंध तोड़कर की जाएगी। साथ ही, पश्चिमी देश, नेता, उद्यमी और कंपनियों की रशिया में स्थित संपत्ति फ्रिज की जाएगी और उसके लिए कदम उठाने की शुरुआत हुई है, ऐसे संकेत रशिया के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ने दिए।

वहीं, रशिया और अमरीका के बीच हुए परमाणु हथियार विषयक समझौते से भी रशिया किनारा करेगा, ऐसा मेदवेदेव्ह ने कहा। इसके द्वारा रशिया ने अपने परमाणु हथियारों की संख्या में वृद्धि करने के संकेत दिए हैं। साथ ही, मानवाधिकारों के झूठे आरोप लगाकर रशिया को ‘काऊन्सिल ऑफ युरोप’ से निष्कासित करने के फैसले का निषेध करने के लिए रशिया मृत्युदंड की सज़ा पर फिर से अमल करने लगेगा, ऐसा मेदवेदेव्ह ने कहा। रशिया पर प्रतिबंध लगाकर पश्चिमी देशों ने अपनी राजकीय अक्षमता दिखा दी है, ऐसी तीखी आलोचना मेदवेदेव्ह ने कुछ दिन पहले की थी।

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