‘आयएस’ को खत्म करने के लिए रशिया सीरिया में युद्धपोत भेजेगा

रशियन राष्ट्राध्यक्ष का आदेश

वॉशिंग्टन, दि. ४ (वृत्तसंस्था) – सीरिया में ‘आयएस’ के ख़िलाफ़ चल रहे संघर्ष की तीव्रता को बढ़ाने के लिए रशिया द्वारा विमानवाहक युद्धपोत रवाना करने का फ़ैसला किया गया| रशिया का ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’, आनेवाले महीनों में सीरिया में दाखिल होगा| इससे सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ जारी संघर्ष की रूपरेखा ही बदल जाएगी, ऐसा बताया जाता है| ‘आयएस’ के बढ़ते हमलों के कारण रशिया ने यह निर्णय लिया है|

रशिया

इराक की राजधानी बगदाद में ‘आयएस’ ने किए आत्मघाती विस्फोट में २०० से भी अधिक लोगों की जाने जा चुकी हैं| ‘आयएस’ के इस हमले पर तीव्र चिंता जताते हुए रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने, विमानवाहक युद्धपोत ‘मेडीटेरियन सी’ में तैनात करने का फ़ैसला किया ऐसा दावा किया जाता है| ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ यह युद्धपोत अगले महीने रशिया से रवाना होगा और अक्तूबर महीने में सीरिया में दाखिल होगा| अक्तूबर से लेकर जनवरी तक, ऐसे चार महीनों के लिए यह रशियन युद्धपोत इसी समुद्री क्षेत्र में तैनात रहेगी|

इस रशियन युद्धपोत पर ३० लड़ाकू प्लेन और ३० हेलिकाप्टर्स तैनात होंगे| इनमें १५ ‘सुखोई-३३’ और १५ ‘मिग-२९’ ये लड़ाकू प्लेन शामिल है| इसीके साथ, ‘कॅमोव्ह’ श्रेणी के ३० लड़ाकू हेलिकाप्टर्स भी इस युद्धपोत पर तैनात रहेंगे| ‘ऍडमिरल कुझनेत्सोव्ह’ सीरिया के तटवर्तीय क्षेत्र के करीब तैनात रहेगी, ताकि ‘आयएस’ पर हमला करने के बाद रशियन विमान युद्धपोत पर सुरक्षित रह सकें| सीरिया में पहले से तैनात रशियन जवान और सीरियन सेना, इनकी सहायता के लिए यह युद्धपोत तैनात रहेगी|

सीरिया में होनेवाली इस कार्रवाई की योजना भी तैयार की गई है| सीरिया के पश्‍चिमी तरफ के लताकिया बंदरगाह पर स्थित, ‘खेमिम’ हवाईअड्डे पर तैनात रशियन लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर्स इस मुहिम में सहायक बनेंगे| आनेवाले चार महीनों के लिए, सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ चलनेवाले संघर्ष का नेतृत्व यह युद्धपोत करेगा| साथ ही, यह युद्धपोत भी सीरिया के बंदरगाह के नज़दीक ही तैनात रहेगी| जिससे आवश्यकता होने पर इस युद्धपोत में तत्काल ईंधन डालने की सुविधा भी उपलब्ध हो|

पिछले वर्ष सितंबर महीने में, रशिया द्वारा सीरिया में शुरू किए गए हवाई हमलों में ‘आयएस’ को भारी नुकसान हुआ था| रशियन लड़ाकू प्लेन के हमलों के कारण ‘आयएस’ को सिर उठाने का अवसर प्राप्त नहीं हो रहा था| साथ ही, रशिया के हवाई हमलों के कारण ही सीरियन राष्ट्रपति अस्साद को सत्ता पर पकड़ जमाने का मौका मिला था| इस समय, रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने सीधे विमानवाहक युद्धपोत को रवाना करते हुए, ‘आयएस’ को खत्म करने के लिए तैयारी की है, ऐसा दावा किया जाता है|

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