अल कायदा और आयएस से भी खतरनाक है रशिया – ब्रिटेन के नए लष्कर प्रमुख का दावा

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लंडन – ब्रिटेन एवं सहयोगी देशों के लिए रशिया आतंकवादी अल कायदा एवं आयएस संगठनों से भी अधिक खतरनाक है, ऐसी चेतावनी ब्रिटेन के नए लष्कर प्रमुख ने दी है| रशिया से ब्रिटेन के सुरक्षा को होनेवाले खतरे के बारे में ब्रिटेन आत्मसंतुष्ट नहीं रह सकता और उसमें कार्रवाई न करने का खतरा नहीं ले सकता, ऐसा रक्षादल प्रमुख जनरल मार्क कार्लटन स्मिथ ने सूचित किया है| कुछ महीनों पहले ब्रिटेन के रक्षामंत्री ने रशिया से होनेवाले खतरों का उल्लेख करके राष्ट्राध्यक्ष पुतिन की गतिविधियां तीसरे महायुद्ध के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं, ऐसी चिंता जताई थी|

ब्रिटेन में स्पेशल फोर्सेस के प्रमुख जनरल स्मिथ की रक्षादल के नए प्रमुख के तौर पर नियुक्ति दी गई है| उन्होंने प्रसार माध्यमों के दिए मुलाकात में ब्रिटेन में होनेवाले खतरों के बारे में अपनी भूमिका प्रस्तुत की है|

रशिया अपने हितसंबंधो का विस्तार करने के लिए लष्करी तैयारी लगातार बढ़ा रहा है| उसमें सागरी तल से संबंधित होनेवाले क्षेत्र का भी समावेश है| रशिया ने सायबर क्षेत्र में अपनी क्षमता भी अत्यंत तैयारी से बढ़ाई है और उसका समझदारी से उपयोग किया जा रहा है| रशिया से सहज घाव करने जैसे एवं कमजोर घटकों को ढूंढ निकाल कर उसे लक्ष्य करने की गतिविधियां लगातार शुरू है, ऐसे शब्दों में ब्रिटेन के नए रक्षा दल प्रमुख ने रशिया का खतरा रेखांकित किया है|

रशिया यह निर्विवाद रूप से ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा है| यह खतरा ब्रिटेन को अल कायदा एवं आयएस जैसे आतंकवादी संगठनों से होने वाले खतरों से कई अधिक बड़ा है| रशिया से होनेवाले इस खतरे दायरा देखा जाए तो, रशिया की खतरों को प्रतिउत्तर न देने की धारणा का स्वीकार नहीं होगा, ऐसी चेतावनी जनरल स्मिथ ने दी है| रशिया को पारंपरिक रूप से राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्युत्तर देना है, तो उसके लिए नाटो के सिवा दूसरा कोई विकल्प नहीं है, ऐसा ब्रिटिश अधिकारी ने सूचित किया है|

ब्रिटिश लष्करी अधिकारी के इस विधान पर रशिया से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है| रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लाव्हरोव्ह ने ब्रिटेन अपने अधिकारियों की क्षमता एवं विचारों की जांच करें, ऐसी टिप्पणी लगाई है| उसमें अमरिका से सिरिया में सत्ताधारी प्रशासन उठाने के लिए आयएस का उपयोग किया जा रहा है, ऐसा आरोप भी उन्होंने किया|

कुछ महीनों पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ब्रिटेन में रखे हुए नोविचोक रासायनिक हमले के लिए रशिया जिम्मेदार होने की बात घोषित की थी| रशिया के इन गतिविधियों को प्रत्युत्तर देने के लिए ब्रिटेन आक्रामक धारणा का स्वीकार कर रहा है और उसमें ब्रिटेन में रशियन उद्योजक तथा गुटों के विरोध में कार्रवाई साथ ही सायबर हमलों जैसे प्रावधान का समावेश होने की चेतावनी दी जा रही है| ब्रिटेन के रक्षामंत्री गेविन विलियमसन ने सायबर हमलों को प्रतिउत्तर देने के लिए ओफेंसिव सायबर कोर्स के निर्माण की घोषणा की है|

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