रशिया-ईरान ‘ऑईल फॉर गुड्स’ सहकार्य बढाने की तैयारी में

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मॉस्को: अमरिकी डॉलर के माध्यम से होनेवाला व्यवहार खत्म करके रशिया और ईरान ने ‘ऑईल फॉर गुड्स’ सहकार्य की व्याप्ति ४५ अरब डॉलर्स तक बढाई है। रशिया के इंधन मंत्री ‘अलेक्झांडर नोव्हॅक’ ने इसकी घोषणा की है। इंधन के बदले में ईरान को आवश्यक सामग्री की बिक्री करने का अनुबंध का पहला पड़ाव सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद यह निर्णय लिया गया है, ऐसा रशिया के इंधन मंत्री ने कहा है।

रशिया और ईरान के बीच का सहकार्य पुराना है। ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम पर अमरिका और मित्र देशों ने प्रतिबन्ध लादे हैं, ऐसी परिस्थिति में रशिया ने ईरान के साथ व्यापारी और लष्करी अनुबंध किया था। सन २०१४ में पश्चिमी देशों ने प्रतिबन्ध लगाए ईरान के साथ रशिया ने ‘ऑइल फॉर गुड्स’ यह अनुबंध किया था। अमरिका के डॉलर के माध्यम से होने वाले व्यवहार को खत्म करने के लिए रशिया ने ईरान से इंधन ख़रीदा था। इसके बदले में ईरान को आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करने का अनुबंध रशिया ने किया था।

इस अनुबंध के अनुसार रशिया प्रति वर्ष ईरान से पचास लाख टन इंधन खरीदने वाला था। उसके अनुसार ईरान रशिया को हर रोज एक लाख बैरल्स इंधन की बिक्री करने वाला था। पिछले वर्ष नवम्बर महीने में दोनों देशों के बीच के इस अनुबंध का पहला पड़ाव पूरा हुआ है और ईरान ने रशिया को १० लाख टन इंधन की आपूर्ति की है। इस इंधन के बदले में रशिया ईरान को कौनसी सहायता प्रदान करने वाला है, इसका तपशील नहीं खोला है।

लेकिन इंधन के बदले में ईरान रशिया की तरफ से रक्षाविषयक सामग्री की खरीदारी कर सकता है, ऐसा दावा किया जा रहा है।इस पृष्ठभूमि पर रशिया और ईरान के बीच के इस ‘ऑइल फॉर गुड्स’ सहकार्य की तरफ देखा जा रहा है। लेकिन रशिया इस सहकार्य की व्याप्ति बढाने की तैयारी में है, इसकी घोषणा रशिया के इंधन मंत्री नोव्हॅकने की है। ईरान की तरफ से इंधन आपूर्ति का पहला पड़ाव पूरा होने के बाद नोव्हॅक ने इस बारे में कुछ तपशील सामने लाए हैं।अभी इस अनुबंध के चार पड़ावों में बाकि के इंधन की आपूर्ति पूरी होने वाली थी।

लेकिन ईरान के साथ का ‘ऑइल फॉर गुड्स’ अनुबंध ३० अरब डॉलर्स से सीधे ४५ अरब डॉलर्स पर ले जाने का निर्णय नोव्हॅक ने घोषित किया है। उसीके साथ ही इस अनुबंध को सिर्फ एक साल तक ही सीमित न रखते हुए पांच सालों तक इस अनुबंध की अवधी बढाई जाने वाली है, ऐसा नोव्हॅक ने स्पष्ट किया है। रशिया के साथ का यह ‘ऑइल फॉर गुड्स’ अनुबंध ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए सहायक साबित होगा, ऐसा दावा भी नोव्हॅक ने किया है।

इस महीने की शुरुआत में ही रशिया ने ईरान की इंधन और गैस परियोजनाओं के विकास के लिए ५० अरब डॉलर्स का निवेश किया है। रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के सहायक ‘युरी उशाकोव्ह’ ने यह जानकारी दी थी। उसीके साथ ही ईरान के साथ का इंधन सहकार्य बढाने के लिए रशिया की तरफ से नियंत्रित किए जाने वाले ‘युरेशियन इकोनॉमिक यूनियन’ (ईईयू) इस संगठन में ईरान को सदस्यत्व दिया जाने वाला है।मई महीने में ईरान को ‘ईईयू’ की सदस्यता प्राप्त होने के बाद रशिया और ईरान के बीच मुक्त व्यापार प्रस्थापित होने वाला है।

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