१२ हजार सैनिकों की तैनाती के साथ रशिया ने सुरू किया ‘स्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम’

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को: खाडी क्षेत्र में बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर रशिया ने मंगलवार के दिनस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्सशुरू किया है| रशिया के इस युद्धभ्यास में १२ हजार सैनिकों के साथ १०५ लष्करी विमान, १५ युद्धपोत, पांच पनडुब्बीयां एवं २०० से अधिकमिसाइल लॉंचर्सशामिल किए गए है| तीन दिन हो रहे इसस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्समें १६ बैलेस्टिक एवं क्रूज मिसाइलों समेत परमाणु हथियारों का परीक्षण करने के संकेत दिए गए है|

रशिया केआर्क्टिकक्षेत्र समेत बाल्टिक एवं ब्लैक सी क्षेत्र और सेना के सनर्द, ईस्टर्न एवं सेंट्रल क्षेत्र में मंगलवार के दिन व्यापारस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्सकी शुरूआत हुई| सोमवार के दिन रशिया के रक्षा विभाग ने इस संबंध की जानकारी घोषित की थी| इसके अनुसार इसस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्सकोग्रॉम २०१९यह नाम दिया गया है और रशिया की परमाणु तैयारी का परीक्षण और युद्धाभ्यास यही इस युद्धाभ्यास का प्रमुख उद्देश्य है|

दो महीनों पहले अमरिका और रशिया इन दोनों देशों नेआईएनएफइस परमाणु हथियारों से संबंधित समझौते से पीछे हटने का निर्णय किया था| इसके बाद तुरंत ही अमरिका ने मध्यम दूरी के क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था| ५०० किलोमीटर दूरी तक हमला करने की क्षमता रखनेवाले क्रूज मिसाइला का इस्तेमाल अंतरमहाद्विपिय मिसाइल की क्षमता विकसित करने के लिए होगा, यह दावा भी अमरिका ने उस समय पर किया था| इसपर रशिया से तीव्र प्रतिक्रिया उमडी थी|

रशिया के रक्षा विभाग के साथ अन्य सभी विभागों ने अमरिका के परीक्षण को प्रत्युत्तर देने की तैयारी करने के आदेश राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिए थे| इसके बाद रशियन रक्षा दलों ने दो अंतरमहाद्विपीयबैलेस्टिकमिसाइलों का परीक्षण भी किया था| इस परीक्षण के बाद सितंबर महीने में रशिया ने कुछ मिसाइलों का परीक्षण करके अपने आक्रामक इरादे स्पष्ट किए थे|

इसके बाद अब रशिया ने सीधेस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्सकी शुरूआत करके परमाणु तैयारी के मुद्दे पर रशिया पीछे नही हटेगी, यह संकेत भी दिए है| रशिया के इस युद्धाभ्यास को खाडी क्षेत्र में शुरू संघर्ष की पृष्ठभूमि होने की बात भी कही जा रही है| रशिया के साथ रक्षा सहयोग में बढोतरी करनेवाले तुर्की ने सीरिया में कुर्दों पर बडी मात्रा में हमलें शुरू किए है| इन हमलों पर रशियाने नाराजगी भी व्यक्त की है और सीरिया की सार्वभूमता को झटका ना लगे, यह भूमिका रशिया ने अपनाई है|

लेकिन, तुर्की ने रशिया के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने व्यक्त किए प्रतिक्रियों की परवाह किए बिना हमलें शुरू रखे है और इस वजह से इस क्षेत्र की स्थिति और भी बिगडने के संकेत प्राप्त हो रहे है| इस मामले में रशिया की भूमिका अहम समझी जा रही है| इसी कारण रशिया नेस्ट्रैटेजिक न्यूक्लीअर वॉरगेम्सके जरिए अपनी रक्षा क्षमता का एहसास कराया है, यह समझा जा रहा है|

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