युक्रेन के साथ बने तनाव के पृष्ठभुमि पर रशिया का ‘ब्लैक सी’ के सागरी क्षेत्र में आक्रामकता से अभ्यास – पनडुब्बी और मिसाइल विरोधी यंत्रणा भी शामिल

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मास्को – अजोव सागर में शुरू हुए विवाद की वजह से रशिया और युक्रेन के बीच नया संघर्ष होने के संकेत प्राप्त हो रहे है, तभी ‘ब्लैक सी’ क्षेत्र में रशियाने फिर से युद्धाभ्यास की शुरूआत की है| इस युद्धाभ्यास में रशियाने पनडुब्बी, लडाकू विमान और मिसाइल विरोधी यंत्रणा भी उतारी है| युक्रेन ने इस युद्धाभ्यास को लेकर नाराजगी व्यक्त की है|

पिछले महीने में रशिया की नौसेना ने ‘कर्श’ सागरी क्षेत्र से अजोव सागर में जा रहे युक्रेन के तीन जहाज कब्जें मे ली थी| इसमें दो गनबोट और एक टगबोट शामिल थी| इन जहाजों पर काम रहे युक्रेन के २४ कर्मचारी और अन्य अधिकारियों को भी रशिया ने गिरफ्तार किया था| रशिया की यह कार्रवाई अपने खिलाफ नये आक्रमण की तैयारी है, यह कहकर युक्रेने ने ‘मार्शल लॉ’ का ऐलान किया था|

अमरिका के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस मुद्दे पर रशिया को लक्ष्य करके युक्रेन के जहाज और कर्मचारीयों को मुक्त करने की दर्ख्वास्त रशिया से की थी| लेकिन रशिया ने नियमों के दायरे में यह कार्रवाई करने का दावा करके युक्रेन सरकार ही जानबुझ कर उकसा रहा है और जंग छेडने की कोशिष में है, यह आरोप भी रशिया ने किया था| इसके बाद रशिया ने लष्करी तैयारी के लिये आक्रामक गतिविधियां शुरू की थी|

अजोव सागर में शुरू हुए इस तनाव के दौरान कुछ ही दिनों में रशिया ने क्रिमिया में प्रगत ‘एस-४००’ यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा तैनात की थी| इस दौरान रशिया ने सरहद पर ८० हजार सैनिक तैनात किये है, यह दावा युक्रेन ने किया था| इसके बाद अब ‘ब्लैक सी’ में शुरू युद्धाभ्यास रशिया की आक्रामक नीति का स्पष्ट तौर पर समर्थन करता दिख रहा है|

इस हफ्ते में शुरू हुए युद्धाभ्यास में रशिया की दो प्रगत पनडुब्बीयां, मिसाइल, लडाकू विमान और मिसाइल विरोधी यंत्रणा उतारी गई है| यह युद्धाभ्यास रविवार तक जारी रहेगा और इस में क्रिमिया और नजदीकी क्षेत्र का समावेश रहेगा, यह रशियन यंत्रणा का कहना है| लडाकू विमानों के अभ्यास मं ‘मिग-३१’ सुपरसोनिक जेट विमानों का समावेश है, यह जानकारी सुत्रों ने दी|

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