वाणिज्य दूतावास में अमरीका की घुसपैठ पर रशिया का तीव्र टीकास्त्र

वाशिंगटन: अमरिकी यंत्रणाओं ने शनिवार को रशिया के वाणिज्य दूतावास और राजनितिक कार्यालयों में की हुई घुसपैठ यह खुलकर दुश्मनी दर्शाने वाली कार्रवाई है, ऐसी टीका रशियन विदेश मंत्रालय ने की है। अमरीका ने गुरुवार को रशिया को, उनके अमरीका में स्थित तीन राजनितिक कार्यालयों को बंद करने के आदेश दिए थे। उसके, अनुसार शनिवार को रशिया की ओर से उनके कार्यालय बंद किए जा रहे थे, तब अमरिकी अधिकारीयों के कुछ पथक सॅनफ्रांसिस्को और वाशिंगटन के रशियन राजनितिक कार्यालय में दाखिल हुए।

वाणिज्य दूतावास

‘अमरिकी यंत्रणाओं ने रशियन राजनितिक कार्यालयों में की हुई घुसपैठ मतलब शत्रुत्व से की हुई कार्रवाई है। यह करते समय अमरीका ने व्हिएन्ना अनुबंध के साथ साथ अन्य अन्तर्राष्ट्रीय कानूनों का भंग किया है’, ऐसा आरोप रशिया के विदेश मंत्रालय ने लगाया है। उसी दौरान अमरीका उचित ध्यान रखकर जब्त की हुई रशिया की संपत्ति वापस करे, ऐसी माँग भी इस निवेदन में की गई है। अमरीका ने उचित निर्णय नहीं लिया, तो वह दोनों देशों के संबंध बिगड़ने का कारण बन जाएगा, ऐसा दावा भी रशिया की ओर से किया गया है।

अमरीका ने गुरुवार को दिए हुए आदेश के अनुसार, रशिया को शनिवार तक सॅनफ्रांसिस्को में स्थित वाणिज्य दूतावास और वाशिंगटन साथ ही न्यूयॉर्क में स्थित दो कार्यालय बंद करना था। उसके अनुसार रशिया ने शनिवार शाम तक तीनों कार्यालय खाली करने का दावा रशिया की ओर से किया गया है। इस सन्दर्भ में गतिविधियाँ अंतिम चरण में थी, तभी अमरीका के ‘एफबीआई’ इस यंत्रणा के अधिकारी रशियन राजनितिक कार्यालयों में दाखिल होने का दावा रशिया ने किया है।

इसपर प्रतिक्रिया देते समय, अमरीका ने स्पष्ट किया है कि यह अधिकारी संबंधित जगह कब्जे में लेने की प्रक्रिया पूरी करने के लिए दाखिल हुए थे। लेकिन रशिया ने यह दावा अस्वीकृत किया है और रशिया में स्थित अमरिकी अधिकारीयों को सम्मन भेजकर अपनी नाराजगी जताई है, यह बात सामने आई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.