अमरिकी बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण पर रशिया की आलोचना – चीन ने किया रशिया का समर्थन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन/मास्को/बीजिंग – अमरिकी वायुसेना ने पिछले हफ्ते में किए बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण पर रशिया के साथ चीन ने भी प्रतिक्रिया दर्ज की है| अमरिका की वजह से ही दोनों देशों में हुआ ऐतिहासिकइंटरमिजिएट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस(आयएनएफ) समझौता टुट चुका है| अमरिका ने किया बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण भी यही बात साबित कर रहा है, यह आलोचना रशिया ने की है| तभी, अतिप्रगत मिसाइलों का निर्माण करके एकतरफा लष्करी बढत बनाने के लिए अमरिका इस समझौते से पीछे हटी थी, यह आरोप चीन के विदेश मंत्रालय ने किया है|

पिछले हफ्ते में अमरिकी वायुसेना ने लंबी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइल (प्रोटोटाईप प्रायोगिक) परीक्षण किया था| लॉस एंजलिस केवैंडनबर्ग हवाई अड्डेसे यह परीक्षण करने की जानकारी पेंटॅगॉन ने साझा ती| वर्ष १९८७ में सोवियत रशिया के साथ किएआयएनएफसमझौते के बाद अमरिका ने दुसरी बाद यह परीक्षण किया है, ऐसा पेंटॅगॉन ने कहा है| परीक्षण में छोडा गया मिसाइल परमाणु बम के साथ हमला करने की क्षमता भी रखता है, यह जानकारी सामने रही है| तभी ३०० मील से भी अधिक दूरी का सफर करने के बाद यह मिलाइल पैसफिक महासागर के क्षेत्र में गिर पडा था

अमरिका के इस मिसाइल परीक्षण पर रशिया ने आपत्ति जताई है| ‘शीतयुद्ध के दौरान दोनों देशों में हुआ समझौता अमरिका की नीति की वजह से ही टुट चुका है, यह भी इस परीक्षण से स्पष्ट हुआ है, यह आलोचना राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव्ह ने की है| अमरिका का यह मिसाइल परीक्षण एक अलार्म है और रशिया ने इस परीक्षण का संज्ञान लेने की बात रशिया के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट की| तभी रशिया के साथ ही चीन ने भी अमरिका को फटकार लगाई है|

अमरिका ने रशिया के साथ किएआयएनएफसमझौते से पीछे हटने का असल कारण अब स्पष्ट हो राह है| रशिया और चीन के मिसाइलों का डर दिखाकर अमरिका नेआयएनएफसमझौते से पीछे हटने का निर्णय किया| पर, यह सभी कारण धुंल फेंकने के लिए बनाई गई थी| अतिप्रगत मिसाइलों का निर्माण करके लष्करी सामर्थ्य बढाने के लिए अमरिका ने यह साजिश बनाई थी, यह आरोप चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने किया| साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय अमरिका के इन मिसाइल परीक्षणों पर कडी नर रखें, यह निवेदन चुनयिंग ने किया| साथ ही अमरिका अब शीतयुद्ध के दौरान बनाई मानसिकता से बाहर निकलें, यह फटकार भी चुनयिंग ने लगाई|

वर्ष १९८७ में अमरिका और सोवियत रशिया में हुएआयएनएफसमझौते के अनुसार दोनों देशों के बैलेस्टिक एवं क्रूज मिसाइलों के निर्माण पर एवं परीक्षण पर पाबंदी लगाई गई थी| पर, कुछ महीने पहले अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प नेआयएनएफसमझौते से पीछे हटने का ऐलान किया| रशिया इस समझौते का पालन नही कर रही है, यह आरोप भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने रखा था| इस समझौते का हिस्सा होकर भी रशिया बैलेस्टिक एवं क्रूज मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है, यह आरोप अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया था| रशिया के साथ चीन भी इस समझौते में शामिल होता है तो हीआयएनएफबनी रहेगी, यह पक्ष अमरिका ने रखा था| पर, चीन ने इस समझौते का अंग होने से स्पष्ट इन्कार किया था|

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