महाराष्ट्र के ११ जिलों के अलावा अन्य जिलों में प्रतिबंध शिथिल

मुंबई – महाराष्ट्र में सातारा, सांगली, रत्नागिरी समेत ११ जिलों के अलावा अन्य जिलों में प्रतिबंध शिथिल किए गए हैं। इससे संबंधित निर्णय तीन दिन पहले हुई उच्चस्तरीय बैठक में हुआ था। इससे संबंधित नियमों की सूचि सोमवार के दिन जारी की गई। इसके अनुसार प्रतिबंध शिथिल किए गए जिलों में अब दुकानों को रात ८ बजे तक खुला रखने की अनुमति होगी। लेकिन, इन ११ जिलों के साथ ही मुंबई, मुंबई उपनगर और ठाणे जिलों से संबंधित अंतिम निर्णय अभी नहीं हुआ है। इन जिलों से संबंधित निर्णय आपदा व्यवस्थापन प्राधिकरण द्वारा तय किया जाएगा।

प्रतिबंध शिथिलराज्य के ११ जिलों के अलावा अन्य जिलों में कोरोना के नए मामले सामने आने की मात्रा काफी कम हुई है। इस वजह से अभी भी पांच प्रतिशत से अधिक पॉज़िटिविटी रेट वाले ११ जिलों के अलावा अन्य जिलों को तीसरे स्तर के निमयों के अनुसार सहुलियत प्रदान की गई है। राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे ने तीन दिन पहले ही इस निर्णय की जानकारी साझा की थी और इस पर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री करेगे, ऐसा कहा था। इसके अनुसार मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने के बाद नए नियमों की सूचि जारी की गई।

इसके अनुसार प्रतिबंध शिथिल किए गए जिलों में अब रात आठ बजे तक दुकानों को खुला रखने की अनुमति होगी। शनिवार के दिन दोपहर तीन बजे तक और रविवार के दिन सिर्फ अत्यावश्‍यक सेवाओं के दुकान ही खुले रहेंगे। इसके साथ ही होटल्स को शाम ४ बजे तक ५० प्रतिशत क्षमता के साथ कोरोना के नियमों का पालन करके होटल शुरू करने की अनुमति होगी और बाद में इन्हें पार्सल सेवा शुरू रखने की अनुमति होगी। साथ ही सलून, जिम, स्पा सेंटर्स भी सोमवार से शनिवार के बीच ५० प्रतिशत क्षमता से शुरू रखे जा सकते हैं।

मॉल, सिनेमा थिएटर, धार्मिक स्थानों के प्रतिबंध जारी रहेंगे। इसके अलावा सभा, समारोह और रैली पर पाबंदी जारी रहेगी। स्कूल, कॉलेज शुरू करने का निर्णय शालेय एवं उच्च शिक्षा मंत्रालय करेंगे, यह जानकारी सरकार ने साझा की है। साथ ही मास्क लगाना, सोशल डिस्टंन्सिग के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा और ऐसा ना करने पर कार्रवाई की जाएगी, यह इशारा भी दिया गया है।

प्रतिबंध जारी होनेवाले जिलों में कोरोना का पॉज़िटिविटी रेट अभी भी ५ प्रतिशत से अधिक है। राज्य में फिलहाल सातारा जिले का पॉज़िटिविटी रेट सबसे अधिक ८ प्रतिशत से ज्यादा है। इसी बीच बीते हफ्ते कोरोना के सबसे अधिक नए मामले सांगली में सामने आए हैं। इस वजह से सातारा, सांगली, कोल्हापुर, पुणे, रत्नागिरी, सिंधुदूर्ग, सोलापुर, अहमदनगर, बीड़, रायगड़ और पालघर इन ११ जिलों में तीसरे स्तर के प्रतिबंधों से किसी भी तरह की सहुलियत प्रदान नहीं की गई है।

कोरोना वैक्सीन के दोनों टीके लगवाए हुए लोगों को लोकल से यात्रा करने की सहुलियत क्यों नहीं? – मुंबई उच्च न्यायालय का सवाल 

कोरना का पूरा टीकाकरण वाले लोगों को लोकल ट्रेन से यात्रा करने की सहुलियत क्यों नहीं प्रदान की गई, ऐसा सवाल मुंबई उच्च न्यायालय के पीठ ने किया है। फिलहाल मुंबई, उपनगर और पड़ोस के ठाणे जिले में कोरोना के नए मामले सामने आने की मात्रा कम हुई है। साथ ही टीकाकरण का काम भी तेज़ी से जारी है और राज्य में कोरोना के दोनों टीके प्राप्त करनेवालों की संख्या १ करोड़ से अधिक है। यह मुकाम हासिल करनेवाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य है। इस पृष्ठभूमि पर न्यायाधीश दिपांकर दत्ता और जी.एस.कुलकर्णी के पीठ ने सरकार से यह सवाल किया। टीकाकरण पूरा होने के बावजूद नागरिकों को घरों में ही रुकना पड़े, तो फिर टीकाकरण का क्या लाभ? यह सवाल अदालत ने पूछा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.