लॉकडाउन शिथिल करने पर पाकिस्तान में होगी ५० हज़ार लोगों की मौत

इस्लामाबाद,  (वृत्तसंस्था) – पाकिस्तान में कोरोना वायरस की महामारी से अबतक ६७८ लोगों की मौत हुई है। लेकिन, यह तो अभी शुरूआत है। पाकिस्तान की सरकार यदि जनता की जान से अधिक अर्थव्यवस्था को अहमियत देती है, तो ४० से ५० हज़ार लोगों को बलि चढ़ाने की तैयारी रखें, यह चेतावनी पाकिस्तान के डॉक्टर्स ने इम्रान खान की सरकार को दी है। डॉक्टरों की माँग ठुकराकर लॉकडाउन शिथिल करनेवाली सरकार पर, भयंकर पछतावा करने के समय का सामना करना होगा, यह चेतावनी डॉक्टर्स का संगठन दे रहा है। सोमवार के दिन पाकिस्तान के बाजारों में हुई भीड़ देखकर, इनकी यह चेतावनी ज़ल्द ही सच्चाई में उतरेगी, यह भी अभी से स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।

पाकिस्तान में ३१ हज़ार से भी अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। मई महीने के अन्त तक पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक से ड़ेढ़ लाख तक जा पहुँचेगी, यह दावा वैद्यकीय क्षेत्र के विशेषज्ञ कर रहें हैं। इसके बाद जून महीने तक पाकिस्तान में कोरोना मरीज़ों की संख्या बढाकर चार लाख तक जा पहुँचेगी, यह कहकर इन विशेषज्ञों ने पाकिस्तान की सरकार को सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। अर्थव्यवस्था को संभालने के लिये लॉकडाउन शिथिल किया है, लेकिन क्या इसके लिए ४० से ५० हज़ार लोगों को बलि चढ़ाने के लिए सरकार तैयार है? यह सवाल पाकिस्तानी डॉक्टर्स का संगठन कर रहा है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने कोरोना वायरस की महामारी से भी अधिक, भूख ही पाकिस्तान की सबसे बड़ी समस्या होने का बयान किया था। इसी वज़ह से, लॉकडाउन सहन करना पाकिस्तान के लिए संभव नहीं, यह दावा इम्रान खान लगातार करते रहे हैं। पाकिस्तान के वित्तमंत्री असद उमर ने तो, पाकिस्तान में कोरोना वायरस की महामारी से भी अधिक, सड़कों पर की दुर्घटनाओं में अधिक मौतें होती हैं, यह कहकर लॉकडाउन शिथिल करने के निर्णय का समर्थन किया था। लेकिन, पाकिस्तान के डॉक्टर और उनका संगठन, कोरोना की महामारी और फ़ैली तो मरीज़ों पर इलाज़ करने के लिए देश में पर्याप्त अस्पताल एवं सुविधाएँ नहीं हैं, इस ओर ध्यान आकर्षित कर रहें हैं।

इम्रान खान की सरकार पाकिस्तान को भयंकर संकट में धकेल रहीं है, यह आरोप विपक्ष के नेता भी करनें लगें हैं। इम्रान खान की गलत नीतियों की वज़ह से पाकिस्तान में सही मायने में लॉकडाउन पर अमल हुआ ही नहीं था, ऐसी आलोचना इस देश के माध्यम भी कर रहें हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस का फ़ैलाव काफ़ी बड़ी तादात में बढ़ चुका है। लेकिन, ज़रूरी मात्रा में देश में कोरोना के परीक्षण भी नहीं हो रहें हैं और इस वज़ह से मरीज़ों की संख्या काफ़ी कम दिखाई दे रही है। इस ओर भी पाकिस्तान के माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहें हैं। लेकिन, इम्रान खान की सरकार इस ओर गंभीरता से देखने के लिए तैयार नहीं हैं। इस विषय पर पाकिस्तान में बड़ा विवाद शुरू हुआ है और ऐसें में विदेशमंत्री शाह मेहमूद कुरेशी ने, दक्षिणी एशिया में पाकिस्तान कोरोना के सबसे अधिक परीक्षण कर रहा हैं, ऐसा हास्यास्पद बयान किया है। इस वज़ह से पाकिस्तान की सरकार इस महामारी की ओर गंभीरता से नहीं देख रही है, यह बात अब फ़िर से सामने आयी है।

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