क्रिप्टोकरन्सीज्’ पर प्रतिबंध लगाने के लिए संसदिय समिती की सिफारिश – साथ ही क्रिप्टोकरन्सी के व्यवहार करने पर गिरफ्तारी एवं भारी जुर्माना लगाने का भी सूझाव

नई दिल्ली – बिटकॉइन, लिटेकॉइन, इथेरियम समेत अन्य ‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश संसदिय समितीने करने का समाचार है| इस व्हर्च्युल करन्सी के व्यवहार करनेवालों पर भारी जुर्माना और १० वर्ष तक कैद की सजा देने का प्रावधान करें, यह सुझाव इस समितीने अपने सिफारिश में किया है| इससे पहले वित्तमंत्रालय और रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई बार भारतीयों को क्रिप्टोकरन्सीज् के व्यवहारों से दूर रहने की चेतावनी दी थी|

‘आरबीआई’ ने क्रिप्टोकरन्सी को मंजुरी नही दी है| यह करन्सी यानी ‘पॉन्जी फ्रॉड’ होने की आलोचना भी वित्तमंत्रालय ने कुछ महीनें पहले की थी| लेकिन, भारत में अभी तक क्रिप्टोकरन्सीज् पर अधिकृत प्रतिबंध नही है| पिछले सप्ताह में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकूर ने एक सावल पर लिखीत जवाब देते समय यह बात रखी| इस पृष्ठभूमि पर ‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ पर प्रतिबंध लगाने के लिए संसदिय समिती ने की हुई सिफारिश की अहमियत बढ रही है|

वित्तसचिव सुभाष गर्ग की अध्यक्षता में गठित समिती ने क्रिप्टोकरन्सीज् संबंधी अपना अहवाल और सिफारिशें सरकार को सौप ने का समाचार है| समिती ने भारत में क्रिप्टोकरन्सी पर पाबंदी लगाने की सिफारिश की है| साथ ही इस वर्च्युअल चलन के व्यवहार करनेवालों को २५ करोड रुपयों तक जुर्माना एवं १० वर्ष कैद की सजा देने का सुझाव दिया है| सरकार यह सिफारिशें स्वीकारना मुमकिन है| ऐसा होने पर जल्द ही देश में ‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ के जरिए व्यवहार करना कानून से प्रतिबंधित होगा|

वर्तमान में दो हजार से भी अधिक क्रिप्टोकरन्सीज् उपलब्ध है और भारत सरकार ने पाबंदी का निर्णय किया तो खुद की क्रिप्टोकरन्सी लांच करने की कोशिश कर रहे फेसबुक और अन्य कंपनियों को बडा झटका लग सकता है|

लेकिन, समिती ने ‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की हो, फिर भी इस तकनीक का इस्तेमाल भारत में अच्छी तरह से करने की अहम सलाह भी दी है| ‘डिस्ट्रीब्युटेड लेजर तकनीक’ के जरीए ‘केवायसी’ का खर्च कम होगा| फायनान्शिअल एवं नान फायनान्शिअल क्षेत्र में इसका इस्तेमाल ज्यादा प्रभावी तरीके से हो सकेगा, यह भी समिती ने कहा है|

‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ का इस्तेमाल अपराधी और आतंकी कर रहे है, यह बात पहले ही स्पष्ट हुई है| मानवी तस्करी और नशीले पदार्थों की तस्करी में भी क्रिप्टोकरन्सी का बडी तादाद में इस्तेमाल होता है| कुछ देशों ने भी अपनी स्वतंत्र क्रिप्टोकरन्सी जारी की है| साथ ही कुछ बैंक और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी क्रिप्टोकरन्सी लांच करने की दिशा में कदम बढा रहे है| कुछ दिन पहले फेसबुक ने भी ‘लिब्रा’ नाम से अपनी क्रिप्टोकरन्सी लांच करने का ऐलान किया था| लेकिन, अब अमरिका जैसा देश भी क्रिप्टोकरन्सीज् देश विघातक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है, यह आलोचना कर रहा है| पिछले सप्ताह में ही अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी क्रिप्टोकरन्सी की विश्‍वासार्हता और नींव नही है, यह कहकर अमरिका का डॉलर ही एक सच्चा अंतरराष्ट्रीय चलन है, ऐसा कहा था|

वित्तमंत्रालय और आरबीआई ने पहले ही भारतीय निवेषकों को ‘क्रिप्टोकरन्सीज्’ के व्यवहारों से दूर रहने की सूचना की थी| दो वर्ष पहले बिटकॉइन का दाम तेजीसे बढ रहा था| लेकिन, वर्तमान में बिटकॉइन के दामों में गिरावट हुई है| क्रिप्टोकरन्सी से जुडे कई मुद्दों पर इस संसदिय समितीने सरकार का ध्यान आकर्षित किया है|

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