झटपट कर्ज देनेवाले ‘ऐप्स’ का चीन से संबंध – बंगलुरू ‘सीआयडी’ की जाँच से हुआ बड़ा खुलासा

नई दिल्ली – हैद्राबाद में पांच लोगों ने आत्महत्या करने के बाद बड़े ब्याज दर से कर्ज प्रदान करनेवाले ‘ऑनलाईन प्लैटफॉर्म’ का खुलासा हुआ था। इसके बाद रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया’ (आरबीआय) ने कम से कम कागजात से झटपट कर्ज प्रदान करनेवाले ‘ऑनलाईन ऐप्स’ को लेकर ग्राहकों को सावधान रहने की सूचना जारी की थी। इस मामले में बंगलुरू पुलिस की ‘सीआयडी’ ने की हुई जाँच से सनसनीखेज जानकारी सामने आयी है। तुरंत कर्ज प्रदान करनेवाले इन ‘ऐप्स’ का संबंध चीन से होने की बात इस जाँच से स्पष्ट हुई है। जाली कंपनियां शुरू करके यह रैकेट चलाया जा रहा है और ग्राहकों की जानकारी चुराकर इसका गलत इस्तेमाल भी हो रहा है, यह दावा बंगलुरू ‘सीआयडी’ ने किया है।

loan-apps-china‘ऑनलाईन प्लैटफॉर्म’ के माध्यम से झटपट कर्ज प्राप्त करनेवाले ग्राहकों को कर्ज की वसुली के लिए धमकाने के और कर्ज लेनेवालों के फोन्स का गलत इस्तेमाल किए जाने के मामले भी सामने आए थे। साथ ही कर्ज प्रदान करनेवाली कंपनियों से होनेवाली त्रासदी के कारण ग्राहकों ने आत्महत्या करने के पांच मामले भी तेलंगना में सामने आए हैं। ऐसे ही एक मामले की शिकायत पर पुलिस की कार्रवाई शुरू हुई है। इसी मामले में रविवार के दिन पुणे में एक कॉल सेंटर पर छापा मारकर तेलंगना पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें एक चीनी महिला का भी समावेश है। इस कॉल सेंटर से १०१ लैपटॉप और १०६ मोबाईल फोन बरामद किए गए हैं। साथ ही कंपनी के बैंक खाते को भी सिल किया गया है।

‘ऑनलाईन’ कर्ज घोटाले के मामले में अब तक कुल तीन चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। २५ दिसंबर के दिन सायबराबाद पुलिस ने ‘ई बय’ उर्फ डेनिस नामक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया था। ई बय असल में शांघाय का निवासी है और दिल्ली में रह रहा था। साथ ही कर्ज प्रदान करनेवाले ११ ‘ऐप्स’ चला रहा था। इसके माध्यम से २० से ४० उम्र गुट के कर्मचारी और छोटे कारोबारियों को बड़े ब्याजदरों से झटपट कर्ज प्रदान किए जा रहे थे। इससे पहले, अक्तुबर में चीनी नागरिक को बेटिंग ऐप्स के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके ज़रिये भारतीय नागरिकों को करोड़ों रुपयों के लिए ठगा गया था।

कर्ज लौटाने में नाकाम होनेवाले ग्राहकों को तकलीफ देनेवाले और उन्हें धमकानेवाले एवं सोशल मीडिया पर इन ग्राहकों के फोटो शेअर करके उन्हें बदनाम करने के सात मामलों में हैद्राबाद पुलिस ने अब तक १८ लोगों को गिरफ्तार किया है। दिल्ली, गुरूग्राम और हैद्राबाद में इनकी गिरफ्तारी हुई है। साथ ही हैद्राबाद पुलिस ने अब तक ७५ बैंक खाते सील किए हैं और इन बैंक खातों में कुल ४७३ करोड़ रुपये जमा हैं।

इसी बीच झटपट कर्ज प्रदान करनेवाले ‘ऐप्स’ के माध्यम से ग्राहकों की जानकारी चुराने के मामले की जाँच से बंगलुरू पुलिस ने चौकानेवाला खुलासा किया है। झटपट कर्ज प्रदान करनेवाले यह ‘ऐप्स’ चीन से संबंधित होने का दावा बंगलुरू ‘सीआयडी’ के सायबर सेल ने किया है। इस मामले में वैज्ञानिक सबूत बरामद हुए हैं, यह दावा भी पुलिस अधिक्षक एम.डी.शरथ ने करने का समाचार है। बंगलुरू पुलिस ने इस मामले में दो कंपनियों पर छापे मारे हैं और इन दोनों कंपनियों को चीन से चलाया जा रहा था। इन कंपनियों के ‘ऐप्स’ के सर्वर और डैशबोर्ड चीन में ही पाए गए हैं। साथ ही इन कंपनियों के संचालक भी चीनी नागरिक ही हैं। इसके अलावा बंगलुरू सीआयडी को अन्य कंपनी की भी जानकारी प्राप्त हुई है और यह कंपनी झटपट कर्ज देने का लालच दिखानेवाले १० ऐप्स चलाने में जुटी होने का दावा भी किया गया है।

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