इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक का प्रधानमंत्री के हाथों शुभारंभ

नई दिल्ली – आज से ‘डाकिया डाक लाया’ के साथ ‘डाकिया बैंक लाया’ ऐसा कहा जाएगा। पोस्टमैन चलती फिरती बैंक बन गया है और जिस तंत्रज्ञान ने पोस्ट ऑफिस व्यवस्था को चुनौती दी है, वैसा ही तंत्रज्ञान के आधार पर हम चुनौती का रूपांतर अवसर में कर रहे हैं, ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने घोषित कीया है।

दिल्ली में तालकटोरा स्टेडियम में प्रधानमंत्री के हाथों इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक का ‘आईपीपीबी’ शुभारंभ किया गया है। इस पोस्ट पेमेंटस बैंक की वजह से देश में बहुत बड़ा आर्थिक एवं सामाजिक बदलाव होगा। देश में गरीब एवं दुर्बल नागरिक बैंक से जोड़े जाएंगे, ऐसा विश्वास उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्त किया है। दुर्बल घटक के आर्थिक समावेश की दृष्टि से यह बहुत बड़ा कदम माना जा सकता है।

पोस्ट ऑफिस एवं पोस्टमैन इन दोनों बातों से भारतीयों का भावनिक संबंध है। पहले प्रत्येक गांव में पोस्टमैन आने के लिए राह देखी जा रही जाती थी। उसके बाद दूरध्वनी शुरू हुआ, उसके बाद ईमेल सुविधा शुरू हुई, अब पोस्ट ऑफिस का क्या होगा? यह प्रश्न अनेको लग रहा था। पर नागरिकों का पोस्ट पर अभी भी विश्वास कम नहीं हुआ है, यह स्पष्ट करते हुए पोस्ट पेमेंट बैंक के माध्यम से देश में बैंकिंग सेवा से अभी भी वंचित होने वाले नागरिकों तक पहुंचना संभव होने वाला है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है।

फिलहाल ६५० शाखा और ३२५० सर्विस सेंटर में पोस्ट पेमेंटस बैंक की शुरुआत हुई है। पर वर्ष के आखिर तक १ लाख ५५ हजार पोस्ट कार्यालय इस पोस्ट पेमेंटस बैंक को जोड़े जाएंगे। उसके बाद इस बैंक कि व्याप्ती बढ़ेगी। इस बैंक में खाता खुलवाने के लिए बैंक में जाने की आवश्यकता नहीं है। आपका विश्वासपात्र पोस्टमन ही घर आकर यह खाता शुरु करेगा और वह करोड़ों भारतीयों का बैंकर बनेगा, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है। ग्रामीण डाक सेवा के तीन लाख पोस्टमैन के व्यापक नेटवर्क को तंत्रज्ञान से जोड़कर २१ वे शतक में सबसे मजबूत नेटवर्क बनाने की संकल्पना सरकार ने प्रस्तुत की है, ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री से मिली है। सरकार पुराने व्यवस्थाओं में रिफॉर्म और परफॉर्म कराके ट्रांसफार्म कर रहा है, ऐसा दावा प्रधानमंत्री ने किया है।

इससे पहले देश में करोड़ों नागरिकों को बैंक व्यवस्था से जुड़ने के लिए सरकार ने जनधन योजना शुरू की थी। इस जन धन योजना के माध्यम से करोड़ों नागरिकों के बैंक खाते खोलना संभव हुआ हैं। भारतीय पोस्ट पेमेंटस बैंक की वजह से अब देश में अति दुर्गम भाग में आदिवासी क्षेत्र में नागरिकों के भी बैंक खाते खोलना संभव होंगा। प्रत्येक भारतीय के दरवाजे तक बैंक पहुंचेगी ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है।

दौरान पोस्ट पेमेंटस बैंक की हर जिले में एक शाखा होगी और इसमें बचत तथा चालू खाता भी खोला जा सकता है। पैसे ट्रांसफर करने से बिल भरने की सुविधा के साथ वहां जमा भी स्वीकारे जाएंगे, तथा थर्ड पार्टी के तौर पर पोस्ट पेमेंटस बैंक म्यूच्यूअल फंड और बीमा की भी बिक्री करेगी। पोस्ट पेमेंटस बैंक के माध्यम से फसल बीमा योजना को भी अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचाने की सरकार की योजना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.