अमरीका में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के समर्थकों का संसद पर धावा बोल – प्रदर्शनकारियों के हिंसाचार में चार लोगों की मौत, १४ पुलीस ज़ख़्मी

वॉशिंग्टन – अमरीका के नये राष्ट्राध्यक्ष के चयन पर मुहर लगाने के लिए बुधवार को संसद का सत्र शुरू था कि तभी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के हज़ारों समर्थकों ने ठेंठ संसद पर धावा बोल दिया। संसद की सुरक्षाव्यवस्था और अन्य रोड़ें पार कर सैंकड़ों समर्थक ठेंठ संसद में घुसने से खलबली मची। इस समय ट्रम्प समर्थक और सुरक्षा यंत्रणाओं के बीच हुए तीव्र संघर्ष में चार लोगों की जानें गयीं होकर, १४ पुलीस घायल हुए हैं। समर्थक ठेंठ सभागृहों में घुसने के कारण, संसद का सत्र ठोड़ी देर के लिए स्थगित करके सांसदों को ‘नॅशनल गार्डस्’ की सहायता से सुरक्षित स्थल पर ले जाया गया। अमरीका की संसद पर यह दूसरी बार हमला हुआ होकर, इससे पहले सन १८१४ में ब्रिटीश सैनिकों ने संसद को आग लगायी थी।

trump-supportersगत वर्ष के नवम्बर महीने में हुए चुनावों में डेमोक्रॅट पार्टी के ज्यो बायडेन विजयी हुए थे। लेकिन विद्यमान राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने, चुनाव में अफ़रातफ़री हुई होने के आरोप करके बायडेन के चयन को चुनौती दी थी। लेकिन अमरिकी चुनाव में अहम भूमिका निभानेवाले ‘इलेक्टोरल कॉलेज’ ने भी बायडेन की विजय पर मुहर लगायी थी। इस प्रक्रिया में संसद की मान्यता यह आख़िरी चरण माना जाता है। उसके लिए बुधवार को राजधानी वॉशिंग्टन में संसद का सत्र बुलाया गया था।

trump-supportersजब यह सत्र शुरू हो रहा था, तभी लगभग दोपहर १२ बजे राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने व्हाईट हाऊस के आहाते में ‘सेव्ह अमेरिका मार्च’ नाम से सभा का आयोजन किया था। इस सभा में हज़ारों समर्थक उपस्थित थे। सभा में ट्रम्प ने, चुनावों में वे ही विजयी हुए हैं, इस बात का पुनरुच्चार करते हुए, बायडेन तथा अन्य लोगों ने अमरिकी जनता से विजय छीन लेने का आरोप किया। उनके बाद हुए अन्य नेताओं के भाषणपश्चात् ट्रम्प समर्थकों ने संसद पर जुलूस निकाला। लभग दोपहर दो बजे हज़ारों ट्रम्प समर्थक संसद के परिसर में पहुँचे। इस समय पुलीस ने इन समर्थकों को रोकने की कोशिश की।

trump-supportersलेकिन पुलीस ने कार्रवाई करने की कोशिश करते ही ट्रम्प समर्थक आक्रामक हुए और उन्होंने पुलीस समेत अन्य रोड़ों को हटाते हुए ठेंठ संसदे की ईमारत पर हल्लाबोल किया। बंद दरवाज़ें और खिड़कियाँ तोड़कर, सीढ़ियाँ लगाकर सैंकड़ों समर्थक संसद के अंतर्गत भाग में घुसे। इस समय संसद में तैनात सुरक्षारक्षकों ने इन समर्थकों को रोकने के लिए कार्रवाई शुरू की। उसके लिए आँसू गैस तथा गोलीबारी का भी इस्तेमाल किया गया। ट्रम्प की एक समर्थक महिला खिड़की से भीतर घुसने की कोशिश कर रही थी कि तभी सुरक्षारक्षकों ने उसपर गोली चलायी। इसमें उस महिला समर्थक की मृत्यु हुई बतायी जाती है। सुरक्षायंत्रणाओं की कार्रवाई में कुल चार लोगों की जानें गयीं, ऐसा बताया जा रहा है।

ट्रम्प के समर्थकों ने ठेंठ संसद के मुख्य सभागृह में घुसने की कोशिश करने के कारण प्रचंड अफ़रातफ़री का माहौल बना। दोपहर लगभग तीन बजे संसद का सत्र स्थगित किया गया। उसके बाद संसद में दाख़िल हुए ‘नैशनल गार्डस्’ के जवानों ने, संसद में उपस्थित सांसदों को सुरक्षित स्थल पर स्थानांतरित किया। समर्थकों ने मुख्य सभागृह के साथ सभापति नॅन्सी पेलोसी के कार्यालय में तोड़फोड़ की, ऐसा सामने आया है। इस पूरे घटनाक्रम में १४ पुलीस घायल हुए बताये जाते हैं। पुलीस ने हँडगन तथा पाईप बमों समेत बड़े पैमाने पर हथियार बरामद किये हैं। संसद पर हल्लाबोल करके घुसपैंठ करनेवाले ५० से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ़्तार किया गया है।trump-supporters

इस घटना के बाद, राजधानी वॉशिंग्टन के मेयर ने १५ दिन की संचारबंदी लागू करने का ऐलान किया है। वॉशिंग्टन पुलीस ने, घटित वाक़या बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होने की प्रतिक्रिया दी होकर, पूरी घटना की छानबिन करने के आदेश दिये गये हैं। संसद में हुआ हिंसाचार, यह पूरी अमरीका के लिए मानहानीकारक घटना होने की प्रतिक्रिया प्रसारमाध्यम, सोशल मीडिया और राजकीय दायरे में उमड़ी है।

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