एक भी परधर्मीय शरणार्थी न स्वीकारने की वजह से पोलंड सुरक्षित – पोलिश संसद सदस्य का दावा

वौर्सा: अगर आप मुझे अवैध परधर्मीय शरणार्थियों के बारे में पूछ रहे हैं, तो उनमें से एक भी शरणार्थी पोलंड में कभी भी स्वीकारा नहीं जाएगा। हम पोलिश जनता को वैसा वचन दे रहे हैं और इसीलिए हम परधर्मियों को नहीं स्वीकारेंगे। शरणार्थियों के बारे में भी आश्वासन की वजह से हमारी सरकार सत्ता पर चलकर आई है। अवैध परधर्मीय शरणार्थी ना स्वीकारने की वजह से पोलंड सुरक्षित है और देश में एक भी आतंकवादी हमला नहीं हुआ है, ऐसा पोलंड के वरिष्ठ संसद सदस्य डॉमिनिक तार्झिन्स्की  ने किया है।

परधर्मीय, शरणार्थी, न स्वीकारने, पोलंड सुरक्षित, पोलिश संसद सदस्य, दावा, वौर्सा, आतंकवादी हमलाब्रिटेन में चैनल ४ के निवेदिका कॅथी न्यूमन ने लिए एक मुलाकात के दौरान तार्झिन्स्की ने शरणार्थियों के बारे में पोलंड सरकार की भूमिका स्पष्ट की है। न्यूमन ने संसद सदस्यों को पोलिश ने कितनी शरणार्थी का स्वीकार किया है, ऐसा सवाल किया था। उस पर सत्ताधारी पक्ष के संसद सदस्य होने वाले तार्झिन्स्की ने शून्यऐसा उत्तर दिया है। पोलिश संसद सदस्यने दिए उत्तर के बाद न्यूमने उसके बारे में क्या आप को अभिमान है, ऐसा प्रश्न पूछा था। उस पर उत्तर देते हुए तार्झिन्स्की  ने ने पोलंड के सरकार की भूमिका स्पष्ट शब्दों में प्रस्तुत की है।

पोलंड में एक भी परधर्मीय शरणार्थी नहीं स्वीकारेगा, यह कहकर अपने देश ने २० लाख यूक्रेनियन स्थानांतरित को स्वीकारने की बात स्पष्ट की है। परधर्मीय शरणार्थी ना स्वीकारने के बारे में पोलंड सरकार पर लोकप्रतिनिधी, राष्ट्रवादी, वर्ण द्वेषी होने की आलोचना हो सकती है। पर हमें उसकी चिंता नहीं। मैं मेरे परिवार और देश की अधिक चिंता करता हूं, ऐसे शब्दों में तार्झिन्स्की  ने चैनल ४ के निवेदक को सूचित किया है। पोलिश संसद सदस्य के इस विधान पर एक अमरिकी वेबसाइट ने प्रतिक्रिया पूछी है और हम अपने विधान पर कायम होने की बात उन्होंने कही है।

परधर्मीय, शरणार्थी, न स्वीकारने, पोलंड सुरक्षित, पोलिश संसद सदस्य, दावा, वौर्सा, आतंकवादी हमलापरधर्मीय शरणार्थी को इनकार करना, यह जान बूझकर निर्माण हुई धारणा नहीं है। २०१५ वर्ष के चुनाव से पहले हमने पोलिश जनता को अवैध शरणार्थी नहीं स्वीकारेंगे, ऐसा आश्वासन दिया था। यह आश्वासन पालने के लिए जनता ने हमें जिताया है। इसकी वजह से हम जनता को दिया आश्वासन पाल रहे हैं, ऐसे शब्दों में तार्झिन्स्की  ने अपने विधान का समर्थन किया है।

हम सीरिया में अनेक शरणार्थियों के शिविर को भेंट देने का उल्लेख करके, शरणार्थी जहां है उस भाग में अच्छी सुविधा एवं सहायता की आवश्यकता होने का दावा किया है। अफ्रीका की जनसंख्या एकअरब है और यूरोप की ५० करोड़, इसका एहसास दिलाते हुए, यूरोप सीमा खुली करके सभी शरणार्थियों को स्वीकार नहीं जा सकता, इसकी तरफ पोलिश संसद सदस्यों ने ध्यान केंद्रित किया है।

पिछले कई महीनों से यूरोप में शरणार्थियों का मुद्दा भड़क रहा है और लगभग सभी प्रमुख देशों के इस मुद्दे पर तीव्र असंतोष की भावना दिखाई दे रही है। ऑस्ट्रिया, हंगेरी एवं इटली जैसे अग्रणी के देशों ने शरणार्थियों के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका लेकर शरणार्थियों के बारे में जर्मनी, फ्रांस एवं महासंघ की योजना उधेड़ी है। अगर हंगेरी के प्रधानमंत्री व्हिक्टर ऑर्बन ने जर्मनी के दौरेपर शरणार्थी मतलब अपने देश के लिए परधर्मियों का आक्रमण है ऐसे स्पष्ट शब्दों में शरणार्थियों का समर्थन करनेवालों को कडे बोल सुनाएं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.