‘पीओके’ वाले कश्मीर की आज़ादी की लड़ाई अभी बाक़ी : पीएमओ राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह

नई दिल्ली, दि. १३ (वृत्तसंस्था) – ‘स्वतंत्रता की एक और लड़ाई अभी बाक़ी है, पाक़िस्तान ने अवैध तरीक़े से क़ब्ज़ा किये हुए ‘पाक़िस्तान ऑक्युपाईड़ कश्मीर’ के अपने भाइयों को आज़ादी दिलानी है, जिससे कि वे स्वतंत्र भारत में शामिल हो सकेंगे’ ऐसा प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है| साथ ही, ‘पीओके’ की जनता का साथ देना, यह अपनी नैतिक और राष्ट्रीय ज़िम्मेदारी है, ऐसा भी सिंह ने कहा|

dr-jitendra-singhजम्मू-कश्मीर में कथित अत्याचार के मुद्दे पर भारत पर हमेशा झूठा इल्ज़ाम लगानेवाले पाक़िस्तान का पर्दा़फ़ाश दुनिया के सामने करने का वक़्त आ गया है| आनेवाले समय में, गिलगिट-बाल्टिस्तान प्रांत में पाक़िस्तान द्वारा किये जा रहे अत्याचार और वहाँ की जनता के मानवाधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा दुनिया के सामने लाया जाएगा, ऐसा जितेंद्र सिंह ने कहा है| साथ ही, पाक़िस्तान के कब्ज़ेवाले कश्मीर में भारत का तिरंगा लहराया, तो कोटली तक ‘तिरंगा यात्रा’ निकाली जाएगी, ऐसा जितेंद्र सिंह ने मीड़िया से बोलते हुए कहा|

केंद्र सरकार द्वारा ‘पीआके’ के मामले में अपनायी गयी आक्रामक भूमिका पर प्रतिसाद मिलने लगा है| ‘गिलगिट-बाल्टिस्तान नैशनल काँग्रेस’ इस अमरीका स्थित संगठन के प्रमुख संचालक ‘सेंजे सेरिंग’ ने पाक़िस्तान की कड़ी आलोचना की है| कश्मीर मसले का हल निकालने के लिए पाक़िस्तान को पहले गिलगिट-बाल्टिस्तान में से सेना पीछे लेनी होगी| ऐसा हुआ, तो ही कश्मीर मसले का हल निकलेगा, ऐसा विश्‍वास सेरिंग ने जताया है| भारत और पड़ोसी देशों ने इस मामले में पाक़िस्तान पर दबाव लाना चाहिए| क्योंकि पाक़िस्तान ने बलपूर्वक गिलगिट-बाल्टिस्तान पर क़ब्जा किया है, ऐसा दावा सेरिंग ने किया|

‘गिलगिट-बाल्टिस्तान’ यह पाक़िस्तान भूभाग नहीं, बल्कि यह विवादास्पद भूभाग है| इसलिए इस मामले में होनेवाली चर्चा में यहाँ के लोकप्रतिनिधियों को शामिल करना चाहिए, ऐसी माँग सेरिंग ने की| इसी दौरान, भारत सरकार द्वारा ‘पीओके’ के मामले में आक्रामक रवय्या अपनाना शुरू करने के बाद, पाक़िस्तान के विशेषज्ञों ने इसकी कड़ी आलोचना शुरू कर दी है|  जम्मू-कश्मीर में होनेवाले अत्याचारों से दूसरी ओर ध्यान खींचने के लिए भारत यह मुद्दा उठा रहा है, ऐसा पाक़िस्तानी विशेषज्ञों का कहना है| लेकिन पाक़िस्तान के कुछ जानकार ‘पीओके’ में चुनाव से पहले हुआ खूनख़राबा और इस चुनाव में हुआ गैरव्यवहार पाक़िस्तान को और बदनाम करनेवाला साबित होगा, ऐसा दावा कर रहे हैं| इसके साथ ही, अंतर्गत राजनीति का झटका भी पाक़िस्तान को लगनेवाला है| ‘पीओके’ में हुआ असंतोष का उद्रेक पाक़िस्तान पर उलटेगा, ऐसा इन विशेषज्ञों ने सुनाया है|

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