प्रधानमंत्री मोदी तथा अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष के हाथों ‘इंडिया-अफ़गानिस्तान फ़्रेंडशिप डॅम’ का उद्घाटन

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भारत एवं अफ़गानिस्तान की मित्रता का प्रतीक साबित होनेवाले डॅम का, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ़ गनी के हाथों उद्घाटन हुआ । इस ऐतिहासिक प्रकल्प के कारण अफ़गानिस्तान की तक़रीबन ७५ हज़ार हेक्टर ख़ेतज़मीन को पानी मिलनेवाला होकर, ४२ मेगावॅट इतनी बिजली की आपूर्ति होगी । ‘भारत द्वारा इस धरण का निर्माण किया जाने के कारण, गत ३० सालों से जो सपना अफ़गानिस्तान देख रहा था, वह सच हुआ है’ इन शब्दों में अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष ने कृतज्ञता व्यक्त की । वहीं, भारत मुश्किल हालातों में भी अफ़गानिस्तान के साथ दृढ़तापूर्वक खड़ा रहेगा, ऐसा यक़ीन इस समय प्रधानमंत्री मोदी ने दिलाया ।

भारत ने लगभग १७०० करोड़ रुपये खर्च करके अफ़गानिस्तान के लिए इस डॅम का नये से निर्माण कराके दिया । इससे पहले इस डॅम का नाम ‘सलमा डॅम’ था । अब यह डॅम ‘इंडिया अफ़गानिस्तान फ़्रेंडशिप डॅम’ के नाम से जाना जायेगा । उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने, भारत इसके आगे भी अफ़गानिस्तान को सहयोग देता रहेगा, ऐसा आश्वासन दिया । ‘आजतक अफ़गानिस्तान पर युद्ध थोंपा गया । इस युद्ध ने अफ़गानी पीढ़ी के भविष्य पर ही डाका डाला । मग़र फिर भी शूर अफ़गानी जनता ने धैर्य के साथ इस युद्ध का मुक़ाबला किया । आज यदि अफ़गानिस्तान अपनी भूमि में आतंकवाद को परास्त कर सकें, तो दुनिया अधिक सुरक्षित होगी’ इन शब्दों में प्रधानमंत्री मोदी ने अफ़गानी जनता की तारीफ़ की ।

‘मेरे प्रधानमंत्री बनने के बाद अफ़गानिस्तानस्थित भारतीय दूतावास पर हमला हुआ था । तब अफ़गानी सुरक्षा रक्षकों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर भारतीयों को महफ़ूज़ रखा था’ इस बात की याद प्रधानमंत्री मोदी ने दिलायी । साथ ही, कुछ महीने पहले मैंने अफ़गानिस्तान की संसद की नयी ईमारत का उद्घाटन किया था, यह भी प्रधानमंत्री मोदी ने कहा । उसी समय, जनतंत्र एवं विकास के लिए संघर्ष कर रही अफ़गानी जनता की भी प्रधानमंत्री ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की । अफ़गानिस्तान की आर्थिक सहायता करने के लिए भारत के पास बड़े बड़े आर्थिक स्रोत नहीं हैं। मग़र फिर भी अफ़गानिस्तान की स्थिरता एवं विकास के लिए भारत वचनबद्ध है । इससे भारत कभी भी मुक़र नहीं जायेगा, इन प्रधानमंत्री मोदी के उद्गारों को अफ़गानी जनता ने ज़ोरदार प्रतिसाद दिया ।

भारत, ईरान तथा अफ़गानिस्तान के सहयोग से छाबर बंदरगाह विकसित हो रहा है । इससे दोनों देशों में व्यापार एवं सहयोग और भी बढ़ेगा, ऐसा विश्वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया ।

अफ़गानिस्तान में भारत सड़कें और डॅम्स का निर्माण कर रहा है । ‘हमारे देश में संपन्नता लानेवाला देश’ ऐसी भारत की अफ़गानी जनता में पहचान बन चुकी है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष घनी ने कहा है । ‘सलमा डॅम का निर्माण करने का सपना अफ़गानी जनता पिछले ३० सालों से देखती आयी है । भारत ने इस सपने को साकार किया । कुछ देश अराजकता एवं विनाश का मार्ग चुनते हैं । लेकिन भारत एवं अफ़गानिस्तान देश के नवनिर्माण के एवं विकास के मार्ग से आगे बढ़ रहे हैं’ ऐसा कहते हुए राष्ट्राध्यक्ष गनी ने पाकिस्तान को ताना मारा ।
प्रधानमंत्री मोदी के पाँच देशों के दौरे में अफ़गानिस्तान यह पहला पड़ाव है । इसके बाद प्रधानमंत्री क़तार, स्वित्झर्लंड, अमरीका एवं मेक्सिको इन देशों की यात्रा करनेवाले हैं । इससे पहले प्रधानमंत्री ने ईरान का दौरा कर छाबर बंदरगाह प्रकल्प के समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। ‘भारत के प्रधानमंत्री तेज़ रफ़्तार से अन्य देशों के दौरे कर रहे होकर, इन देशों का भारत के साथ सहयोग बढ़ा रहे हैं । इससे प्रधानमंत्री मोदी पाक़िस्तान को एकाकी बना रहे हैं’ ऐसी चिंता पाक़िस्तान के माध्यम व्यक्त कर रहे हैं ।

भारत की तुलना में पाक़िस्तान के प्रधानमंत्री तथा विदेशमंत्रालय सुस्त पड़े हुए दिखायी दे रहे हैं, ऐसी आलोचना भी पाक़िस्तान में शुरू हुई है । इस कारण आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाक़िस्तान एकाकी होता जा रहा होकर, आनेवाले समय में पाक़िस्तान के विरोध में भारत के सारे दाँवपेंच क़ामयाब हो जायेंगे, ऐसा डर पाक़िस्तानी माध्यमों द्वारा व्यक्त किया जा रहा है ।

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