ब्रिटन में ‘फायझर’ के कोरोना टीके को मान्यता

लंदन – ‘जल्द ही सहायता उपलब्ध होगी। ब्रिटीश यंत्रणा ने फायझर-बायोएन्टेक के कोरोना टीके को मान्यता दी है। ब्रिटन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य यंत्रणा अगले हफ़्ते से टीकाकरण की शुरुआत करेगी। कोरोना के ख़िलाफ़ टीकाकरण के लिए मंज़ुरी देनेवाला ब्रिटन यह दुनिया का पहला देश साबित हुआ है’, इन शब्दों में ब्रिटन के स्वास्थ्यमंत्री मॅट हॅन्कॉक ने, ब्रिटन में कोरोना महामारी के विरोध में टीका आमजनता के लिए तैयार हुआ होने का ऐलान किया। ब्रिटन की सरकार ने इस टीके के चार करोड़ डोसों की ख़रीद करने का फ़ैसला किया होकर, वृद्धाश्रम में रहनेवाले नागरिक तथा कर्मचारी, डॉक्टर्स तथा स्वास्थ्य क्षेत्र के कर्मचारी और सैनिकों को प्राथमिकता दी जायेगी, ऐसे संकेत दिये गए हैं। इसी बीच, रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने भी, अगले हफ़्ते से रशिया में टीकाकरण की शुरुआत होगी, ऐसा ऐलान किया है।

corona-vaccineब्रिटन में अब तक कोरोना महामारी के मरीज़ों की संख्या १६ लाख से उपर पहुँच गयी होकर, महामारी के कारण ५९ हज़ार से अधिक लोगों की जानें गयीं हैं। देश में कोरोना महामारी की दूसरीं लहर आयी है और कुछ इलाक़ों में लॉकडाऊन की भी घोषणा की गयी है। कोरोना महामारी के कारण ब्रिटन की अर्थव्यवस्था को मंदी का भी झटका लगा होकर, ३०० सालों में सबसे बड़ी गिरावट होगी, ऐसा अनुमान भी जताया गया है। इस पृष्ठभूमि पर, टीके को दी मान्यता और टीकाकरण की शुरुआत यह बहुत ही अहम घटना होगी। ब्रिटन के साथ ही, अमरीका में भी आनेवाले कुछ दिनों में कोरोना के विरोध में टीके के इस्तेमाल के लिए मान्यता मिलेगी, ऐसे संकेत दिये गए हैं।

corona-vaccineब्रिटन ने मान्यता दिया हुआ टीका अमरिकी कंपनी ‘फायझर’ तथा जर्मन कंपनी ‘बायोएन्टेक’ ने संयुक्त रूप में विकसित किया है। यह टीका ‘एम-आरएनए’ श्रेणि का होकर, महामारी के विरोध में ९५ प्रतिशत तक प्रभावी साबित होता है, ऐसा संशोधन में से प्रमाणित हुआ है। टीके के लिए कोरोना वायरस के ‘जेनेटिक कोड’ में से एक भाग का इस्तेमाल किया गया है। टीकाकरण के बाद शरीर में होनेवालीं रोगप्रतिकारक पेशियाँ ‘स्पाईक प्रोटीन’ का निर्माण करते हैं। आगे चलकर उसीमें से ‘अँटिबॉडिज्’ और ‘टी सेल्स’ बनतीं हैं और वे कोरोना वायरस का मुक़ाबला करती हैं, ऐसी जानकारी संशोधकों ने दी है।

हर व्यक्ति को टीके के दो डोस तीन हफ़्ते के अवकाश में दिये जायेंगे, ऐसी जानकारी ब्रिटनस्थित सूत्रों ने दी। ब्रिटन में ७ दिसम्बर से टीकाकरण की शुरुआत की जानेवाली होकर, स्वास्थ्ययंत्रणा के साथ सुरक्षादलों को भी सिद्ध रहने के आदेश दिये गए हैं। ब्रिटन के साथ ही ‘फायझर’ ने अमरीका में भी टीके की मान्यता के लिए आवेदन किया होकर, आनेवाले कुछ दिनों में उसे मान्यता मिलेगी, ऐसा कहा जाता है। ब्रिटन ने टीके के इस्तेमाल के लिए मान्यता देने में जल्दबाज़ी की, ऐसा दावा युरोपिय महासंघ द्वारा किया गया है।

corona-vaccine‘फायझर’ के अलावा ‘मॉडर्ना’, ‘ऍस्ट्राझेनेका’, ‘मर्क’ इन कंपनियों द्वारा भी टीका विकसित किया गया होकर, वह प्रक्रिया फिलहाल अलग अलग पड़ावों में होने की बात कही जा रही है। रशिया तथा चीन की कंपनियों ने भी टीका विकसित किया होकर, चीन ने देशांतर्गत स्तर पर टीकाकरण की शुरुआत की होने के दावे भी किये गए थे। भारत की ‘भारत बायोटेक’ इस कंपनी ने भी ‘कोवॅक्सिन’ नाम का टीका विकसित किया है और उसके तीसरे चरण के परीक्षण शुरू हैं। रशिया ने विकसित किये ‘स्पुटनिक’ इस टीके का निर्माण भी भारत में होनेवाला है, ऐसी जानकारी हाल ही में प्रकाशित हुई थी।

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