बलोचिस्तान और सिंध की ९० प्रतिशत जनता को पाकिस्तान से आज़ाद होना है – ‘एमक्यूएम’ के संस्थापक अल्ताफ हुसेन

लंदन – पाकिस्तान की सेना पिछले ७२ वर्षों से बलोचिस्तान और सिंघ प्रांत में पुरुष और महिलाओं का अपहरण करके उनकी हत्या कर रही है। ऐसे बेरहम अत्याचारों का सामना कर रहीं बलोचिस्तान और सिंध की ९० प्रतिशत जनता को पाकिस्तान से आज़ाद होना है। जिस प्रकार तिब्बत की आज़ादी के लिए अमरिकी संसद में विधेयक पेश किया गया, उसी प्रकार बलोचिस्तान और सिंधुदेश के लिए अमरिकी संसद में विधेयक पेश किया जायें, यह माँग मुत्ताहिदा कौमी मुव्हमेंट (एमक्यूएम) के संस्थापक अल्ताफ हुसेन ने की है।

Balochistan Sindh Freedom‘एमक्यूएम’ यह बँटवारे के बाद भारत से पाकिस्तान पहुँचे लोगों (मुहाजिर) का प्रतिनिधित्व करनेवाला दल है। भारत से आए इस समुदाय की ओर, पाकिस्तान की सेना और सियासी व्यवस्था ने हमेशा तुच्छता से देखा है। इस अन्याय के विरोध में आवाज़ उठानेवाला आक्रामक दल, यह ‘एमक्यूएम’ की पहचान बनी है। इस वज़ह से इस दल के संस्थापक रहें अल्ताफ हुसेन की जान के लिए पाकिस्तान में खतरा बन गया। इसी कारण उन्होंने ब्रिटेन में पनाह प्राप्त की है। काफ़ी समय से वे ब्रिटन से ही अपने दल का नेतृत्व कर रहे थे। कराची शहर में काफ़ी ज्यादा मात्रा में प्रभाव रखनेवाले ‘एमक्यूएम’ के कुछ लोगों को साथ लेकर पाकिस्तानी सेना ने इस दल में दरार बनाई और अल्ताफ हुसेन का प्रभाव कम किया। इसके बाद अल्ताफ हुसेन ने, पाकिस्तानी सेना ने किए अत्याचार बयान करना शुरू किया है और इससे कई बातें नये से सामने आ रहीं हैं।

पाकिस्तान पर इस देश की सेना का वर्चस्व हैं और पाकिस्तानी सेना पर पंजाब प्रांत का सबसे अधिक प्रभाव रहा है। इसी वज़ह से पाकिस्तान की सेना बलोचिस्तान, सिंध और खैबर पख्तनुवा प्रांतों पर हमेशा अन्याय करती रही है। खास तौर पर बलोचिस्तान प्रांत में अपने विरोध में उठनेवाली आवाज़ बंद करने के लिए, पाकिस्तान की सेना हज़ारों की संख्या में बलोच नेता, कार्यकर्ता एवं महिला और बच्चों का भी अपहरण कर रहीं हैं। कुछ दिन पहले पैरिस में बलोचिस्तान को लेकर आयोजित की गई व्हर्च्युअल परिषद में भी बलोचिस्तान के नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना द्वारा हो रहें अत्याचारों के विरोध में आवाज़ उठाई गई थी।

बलोचिस्तान की तरह सिंध प्रांत में भी हज़ारों लोगों का अपहरण हो रहा है, यह कहकर अल्ताफ हुसेन ने पाकिस्तान की सेना के विरोध में गंभीर आरोप किए हैं। बलोचिस्तान और सिंध की करीबन ९० प्रतिशत जनता को आज़ाद बलोचिस्तान और स्वतंत्र सिंधुदेश की चाह है, यह कहकर, अमरिकी संसद में इसके लिए विधेयक रखा जाए, यह निवेदन अल्ताफ हुसेन ने किया है। उनके इस निवेदन की तीव्र गुँजें पाकिस्तान में सुनाई देने की संभावना है। पाकिस्तान अखंड़ रहें, यह भूमिका अपनानेवाले बुद्धिमान् एवं तटस्थ विश्‍लेषक भी, अब पाकिस्तानी सेना द्वारा बलोचिस्तान पर हो रहें अत्याचार एवं सिंध प्रांत में जारी अन्याय के भीषण परिणाम भुगतने होंगे, ऐसी चेतावनियाँ दे रहे हैं।

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