भारत ने शुरू किया ‘हायब्रिड वॉर’ – पाकिस्तानी मंत्री का आरोप

Hybrid-war-Pakistan-01-300x197इस्लामाबाद – ‘भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ अघोषित ‘हायब्रिड वॉर’ शुरू किया है। इसका मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान के युवक तैयार रहें’, यह ऐलान पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षामंत्री शेख रशीद ने किया है। पाकिस्तान में नियुक्त अफ़गानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की बेटी सिलसिला का इस्लामाबाद में अपहरण किया गया था। इस मामले की जाँच करने के बजाय यह अफ़गानिस्तान और भारत ने मिलकर किया हुआ अपहरण का नाटक होने का आरोप पाकिस्तान ने लगाया था। इसके बाद अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान से अपने राजदूत और राजनीतिक कर्मचारियों को वापिस बुलाया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी गूँज सुनाई देने के बाद पाकिस्तान के अंदरुनि सुरक्षामंत्री ने इस पूरे मामले में भारत का ‘हायब्रिड वॉर’ होने का दावा किया है।

अफ़गानिस्तान के राजदूत की बेटी का अपहरण हुआ और अपहरणकर्ताओं ने उसकी प्रताड़ना करने की बात स्पष्ट हुई थी। लेकिन, इसका अपहरण हुआ ही नहीं, ऐसे दावे करके पाकिस्तान ने अफ़गानिस्तान को उकसाया था। इसके बाद अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान से अपने राजदूत और राजनीतिक अफसरों को वापिस बुलाया है और इस वजह से दोनों देशों के संबंध काफी बिगड़ने की बात स्पष्ट हो रही है। प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार ने इस मामले को काफी लापरवाही से संभाला और अंदरुनि सुरक्षामंत्री शेख रशीद ने अफ़गान राजदूत की बेटी पर किया हुई बयान कोई भी बर्दाश्‍त नहीं कर सकता, ऐसी आलोचना पाकिस्तान के ही पत्रकार कर रहे हैं। साथ ही पाकिस्तान के कोहिस्तान में हुए हमले में चीन के नौं इंजिनिअर्स मारे जाने के बाद, क्या इम्रान खान की सरकार अंदरुनि सुरक्षा संभालने की क्षमता रखती है? यह सवाल पाकिस्तान में ही उठाया जा रहा था।

Hybrid-war-Pakistanलेकिन, इन दोनों घटनाओं के लिए भारत ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाकर पाकिस्तान की सरकार अपना पीछा छुड़ाना चाहती है। भारत पाकिस्तान और चीन की हिमालय से उंची मित्रता नहीं चाहता। इम्रान खान का प्रभावी नेतृत्व भारत और इस्रायल को बेचैन कर रहा है। इसी वजह से पाकिस्तान और चीन के बीच गलतफहमी फैलाने की साज़िश की जा रही है, यह आरोप शेख रशीद ने लगाया। ‘एफएटीएफ’ की बैठक से एक दिन पहले लाहौर में स्थित हाफिज सईद के घर के करीब बम विस्फोट हुआ था। ‘चायना-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ के लिए ‘जॉर्इंट को-ऑर्डिनेशन कमिटी-जेसीसी’ की बैठक से एक दिन पहले दासू में बम विस्फोट हुआ और इसमें चीनी इंजिनियर्स मारे गए। अफ़गानिस्तान विषयक परिषद का पाकिस्तान ने आयोजन करने के बाद अफ़गान राजदूत की बेटी का इस्लामाबाद में अपहरण हुआ। इन सभी घटनाओं के पीछे पाकिस्तान के खिलाफ की गई अंतरराष्ट्रीय साज़िश है, ऐसा कहकर ‘हायब्रिड वॉर’ का दाखिला शेख रशीद ने दिया।

पाकिस्तान की सुरक्षा संभालने में नाकामयाबी का ठिकरा दूसरो पर फोड़ने के बजाय पाकिस्तान तालिबान जैसे आतंकी संगठनों को सहायता प्रदान करना बंद करे, ऐसी सलाह पाकिस्तान के पत्रकार ही अपनी सरकार को दे रहे हैं। साथ ही अफ़गानिस्तान पर नियंत्रण रखने के लिए अमरीका को लष्करी अड्डा उपलब्ध नहीं कराएँगे, ऐसा ड़टकर कह रहे पाकिस्तान को अलग तरीके से इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है, इस बात का अहसास यह पत्रकार करा रहे हैं। पाकिस्तान सरकार और सेना ने अपनाई आत्मघाती नीति के परिणाम पाकिस्तान के सामने आ रहे हैं, ऐसी कड़ी आलोचना यह पत्रकार कर रहे हैं।

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