लादेन को शहीद समझ रहे पाकिस्तान ने विश्‍व को सिर्फ आतंकवाद ही दिया – पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के भाषण पर भारत का तीखा प्रत्युत्तर

न्यूयॉर्क – संयुक्त राष्ट्रसंघ की आम सभा में किए बीस मिनिटों के भाषण में कर्ज़ पाने के लिए तीन बार हाथ फैलानेवाले और भारत के खिलाफ़ ज़हर उगलनेवाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को भारत ने काफी तेज़ प्रत्युत्तर दिया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने अपनी ही संसद में अल कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को शहीद घोषित किया था। इम्रान खान ने ही बीते वर्ष यह कबूल किया था कि, अपने देश में ३० से ४० हज़ार आतंकी मौजूद हैं और वह अफ़गानिस्तान एवं भारत के जम्मू-कश्‍मीर में संघर्ष कर रहे हैं। तब पाकिस्तान ने बीते सात दशकों में विश्‍व को आतंकवाद के अलावा अन्य कोई योगदान नहीं दिया है, ऐसी फटकार भारत ने लगाई। संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के फर्स्ट सेक्रेटरी मिजितो विनितो ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किए भाषण की धज्जीयां उड़ाईं।

आतंकवाद

इम्रान खान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में किए अपने भाषण में जम्मू-कश्‍मीर के साथ भारत के अंदरुनि कारोबार को लेकर ज़हरीली बयानबाज़ी की। उनके इस भाषण पर संयुक्त राष्ट्रसंघ में भारत के वरिष्ठ प्रतिनिधि विनितो ने बहिष्कार करके अपना गुस्सा व्यक्त किया था। ऐसे में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किए इस आतंकी भाषण पर भारत ने रिस्पान्स देने के अधिकार (राईट टू रिप्लाई) का इस्तेमाल करके करारा ज़वाब दिया। ‘राष्ट्रसंघ की आम सभा में डींगे मारकर शेखी बघार रहे पाकिस्तान के हाथ में अपना कुछ कहने के लिए कोई भी कर्तुत्व ही नहीं है। स्वयं ही कामयाब ना होने से विश्‍व को उपदेश देने जैसा भी इस देश के पास कुछ नही हैं। इसी वजह से हर बार इस आम सभा का इस्तेमाल करके झूठ बोलना, गलत जानकारी देना, युद्ध को बढ़ावा देनेवाली भाषा का इस्तेमाल करना और द्वेष फैलाने में ही इस देश ने अपनी सफलता मानी है। आज भी पाकिस्तान के नेतृत्व ने किया हुआ भाषा का प्रयोग इस सभा का अपमान है’, ऐसी कड़ी आलोचना विनितो ने की।

आतंकवाद

‘बीते सत्तर वर्षों में इस देश के कारनामें हैं आतंकवाद, अल्पसंख्यांकों का उच्चाटन, बहुसंख्यांकों की कट्टरता एवं अवैध परमाणु हथियारों का प्रसार ही हैं। विश्‍व को दिखाने के लिए इस देश के हाथ में सिर्फ यही सबकुछ है। इस देश ने तो अल्पसंख्यांक नागरिकों को भी अपनी कट्टरता से दूर नहीं रखा’, ऐसा हमला विनितो ने किया। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने आतंकी घोषित किए हुए अधिकांश आतंकी पाकिस्तान में आश्रय लेकर रह रहे हैं। इसके साथ ही मोस्ट वॉन्टेड़ आतंकियों को पाकिस्तान में ही सरकारी तिज़ोरी से पेन्शन दी जाती है। यह याद भी विनितो ने ताज़ा की। भारत के खिलाफ़ ज़हर उगल रहे पाकिस्तान के इसी नेता ने जुलाई में पाकिस्तान की संसद में आतंकी ओसामा बिन लादेन को ‘शहीद’ घोषित किया था, इस ओर भी विनितो ने ध्यान आकर्षित किया। इन्हीं इम्रान खान ने पाकिस्तान में प्रशिक्षित हुए ३० से ४० हज़ार आतंकी अफ़गानिस्तान और भारत स्थित जम्मू-कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियां करने में जुटे होने की बात बीते वर्ष २०१९ में अमरिका में कबूल की थी। यह बयान करके विनितो ने पाकिस्तान को बड़ी मुश्‍किलों से घर दिया।

जम्मू-कश्‍मीर यह भारत का अभिन्न अंग है और इस पर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा, यह बात भी विनितो ने इस दौरान स्पष्ट की। केंद्रशासित जम्मू-कश्‍मीर में बीते वर्ष जारी किए गए कानून और विधेयक भारत की अंदरुनि बात होने पर विनितो ने ध्यान केंद्रीत किया। कश्‍मीर के जीस क्षेत्र पर पाकिस्तान ने अवैध कब्ज़ा कर रखा है वह क्षेत्र पाकिस्तान स्वयं ही खाली करे, ऐसी फटकार भी विनितो ने लगाई।

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