पाकिस्तान का आतंकवाद भारत के संयम की परीक्षा ले रहा है – रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन

पैरिस – पड़ोसी देशों में होनेवाले आतंकवाद का जाल एवं इस देश से आतंकवादियों को मिलनेवाली सहायता लगातार, भारत के संयम की परीक्षा ले रहा है, ऐसा कहकर रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन ने पाकिस्तान को फटकारा है। फ्रान्स के दौरे पर रही  रक्षा मंत्री सीतारामन ‘इन्स्टिटयूट ऑफ स्ट्रॅटेजिक रिसर्च’ इस अभ्यास गट ने आयोजित किए कार्यक्रम में बोल रही थी। इस दौरे में रक्षामंत्री सीतारामन ने भारत खरीदारी कर रहे रफाएल लड़ाकू विमानों के डॅसॉल्ट कंपनी के प्रकल्प को भी भेंट दी है।

भारत की तरफ फ्रान्स भी आतंकवादियों के हमलों का लक्ष्य हो रहा है, ऐसा कहकर फ्रान्स ने आतंकवादियों के विरोध में किए कार्रवाई की रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन ने प्रशंसा की है। आतंकवादियों को रोकने के लिए उनके आर्थिक स्वरूप एवं उन्हें होनेवाले शस्त्र प्रदाय रोकना आवश्यक होने की बात उस समय भारत के रक्षामंत्री ने स्पष्ट की है। सीधा पाकिस्तान का उल्लेख टालते हुए भारत के पड़ोसी देशों से आतंकवादियों को पाला जा रहा है, ऐसा आरोप रक्षामंत्री सीतारामन ने उस समय किया है। पड़ोसी देशों से आतंकवादियों को मिलनेवाला समर्थन लगातार भारत के संयम की परीक्षा ले रहा है, ऐसे मार्मिक विधान उस समय रक्षामंत्री ने किए हैं।

दौरान, अपनी यह भेंट भारत के फ्रान्स के साथ सामरिक साझेदारी एवं रक्षाक्षेत्र में सहयोग अधिक दृढ़ करनेवाली होने का दावा निर्मला सीतारामन ने व्यक्त किया है। साथ ही रक्षा साहित्य के निर्माण करने वाले फ्रेंच कंपनियों को भारत का बाजार एक बहुत बड़ा अवसर उपलब्ध होने का एहसास उस समय सीताराम ने दिलाया है। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन इनका इस वर्ष का मार्च महीने में भारत दौरा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले वर्ष के जून महीने में फ्रान्स दौरा दोनों देशों के संबंधों का नया पर्व विकसित करने वाला ठहरा है, ऐसा भी रक्षामंत्री सीतारामन ने आगे कहा है।

दौरान फ्रान्स के इस दौरे में रक्षामंत्री सीतारामन ने रफाएल विमानों के निर्माण करनेवाले डॅसॉल्ट कंपनी के प्रकल्प को भेंट दी है। भारत फ्रान्स से ३६ राफेल लड़ाकू विमान खरीद रहा है और आनेवाले २ वर्षों में यह विमान भारत को प्रदान किए जाएंगे। अति प्रगत श्रेणी में होनेवाले यह विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में दाखिल होने के बाद गेम-चेंजर होंगे ऐसा विश्वास भारत के वायुसेना प्रमुख ने व्यक्त किया था। पर यह विमान के खरीदारी के व्यवहार पर भारत में उपस्थित हो रहे प्रश्न सामने आ रहे हैं।

इस संदर्भ में सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई थी। इस याचिका को ठुकराकर सर्वोच्च न्यायालय ने इस व्यवहार के प्रक्रिया में जानकारी देने की सूचना केंद्र सरकार ने की थी। उस समय इस विमान की जानकारी एवं कीमत के बारे में जानकारी देने की आवश्यकता ना होने की बात सर्वोच्च न्यायालय ने कही थी।

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