पाकिस्तान की ‘टैक्टिकल न्यूक्लीअर वेपन्स’ निष्फल साबित होंगी – विश्‍लेषकों का इशारा

गणतंत्र दिन के अवसर पर भारतीय रक्षा बल और हथियारों की क्षमता का प्रदर्शन होने से पहले ही, पाकिस्तान ने ‘नस्र’ मिसाइल का परीक्षण किया| लगभग ७० किलोमीटर दूरी तक हमला करने में सक्षम यह मिसाइल परमाणु बम के साथ भी छोडा जा सकता है| भारतीय लष्कर का सामना करने के लिए पाकिस्तान ने कम तीव्रता के परमाणु बम विकसित किए है और ‘नस्र’ मिसाइल के साथ इसका सही इस्तेमाल हो सकता है, यह संकेत पाकिस्तानी लष्करी अधिकारी दे रहे है| तभी, पाकिस्तान की इन गतिविधियों से भारत के साथ परमाणु युद्ध होने की संभावना बढेगी, यह चिंता परमाणु अस्त्रों पर रोक लगाने के लिए आग्रह करने वाले विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है|

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भारत पिछले कई वर्षों से ‘कोल्ड स्टार्ट’ योजना पर काम कर रहा है, यह आरोप पाकिस्तान करता रहा है| इस योजना से पाकिस्तान को तहस निहस किया जाएगा| उसके बाद भारत की सेना जाहीर तौर पर युद्ध का ऐलान किए बिना पाकिस्तान की सीमां में दाखिल होगी, यह पाकिस्तान का कहना है| लेकिन, लगातार भारत को धमकियां दे रहे पाकिस्तान को इस ‘कोल्ड स्टार्ट’ के भयंकर परीणाम सहने होंगे, यह चेतावनी दी थी| भारत की सेना अपनी सीमा में प्रवेश करने पर उनपर सीधे परमाणु हमला किया जाएगा, यह धमकी पाकिस्तान देता रहता है| इसके लिए पाकिस्तान ने ‘टैक्टिकल न्यूक्लीअर वेपन्स’ यानी कम तीव्रता के परमाणु हथियार विकसित किए है, ऐसे इशारें यह देश लगातार दे रहा है|

अपनी भूमि में प्रवेश करने वालें भारतीय सेना पर इन ‘टैक्टिकल न्यूक्लीअर वेपन्स’ का हमला किया जाएगा| इससे हमपर परमाणु हमला हुआ है, यह दावा भारत कर नही सकेगा| इसी के साथ इस हमले की वजह से भारतीय सेना का बडा नुकसान होगा, ऐसे दाव पाकिस्तान बना रहा है| इसके लिए पाकिस्तान ने जमीन से जमीन पर हमला करने के लिए ‘नस्र’ मिसाइल का निर्माण किया है| २४ जनवरी के दिन परीक्षण करके इस मिसाइल की क्षमता ६० से ७० किलोमीटर तक बढाई गई है, यह ऐलान भी पाकिस्तान ने किया था|

वर्ष २०१८ में ‘टैक्टिकल न्यूक्लीअर वेपन्स’ के बारे में बोलते समय पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख जनरल बाजवा इन्होंने, इस वेपन्स से भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट’ पर पानी पडा है, यह दावा किया था| लेकिन, असल में पाकिस्तान के इस दावे में ज्यादा ताकत नही है, यह विश्‍लेषकों का कहना है| भारत के विरोध में किसी भी कम या बडी तीव्रता के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल हुआ तो उसे परमाणु हमला ही माना जाएगा और उसे परमाणु हमले से ही जवाब दिया जाएगा, यह भारत ने पहले ही घोषित किया है| इस वजह से पाकिस्तान ने ‘नस्र’ का वापर करके भारतीय सेना पर परमाणु हथियारों का प्रयोग किया तो पाकिस्तान को इसके गंभीर परीणाम भुगतने होंगे, यह चेतावनी अमरिकी विश्‍लेषक भी दे रहे है| इतना ही नही, बल्कि भारत परमाणु हमला होने पर जवाब देने के लिए जरूरी परमाणु क्षमता यानी ‘सेकंड स्ट्राईक’ करने की क्षमता भी रखता है, यह बात पाकिस्तान के ध्यान में लाने की विश्‍लेषक कोशिश कर रहे है|

इस लिए कितनी भी बातें की हो, लेकिन पाकिस्तान की ‘टैक्टिकल न्यूक्लीअर वेपन्स’ भारत के विरोध में निष्फल साबित होंगी| उलट में इसका इस्तेमाल पाकिस्तान के लिए ही खतरनाक साबित होगा, यह विश्‍लेषकों का कहना है| साथ ही ‘नस्र’ जैसे मिसाइल का हमला विफल करने के लिए जरूरी हवाई सुरक्षा यंत्रणा भी भारत के बेडे में मौजूद है, इस ओर भी विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे है|

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