किमत चुकाने की नौबत ना आने से पाकिस्तान अभी भी आतंकियों की सहायता कर रहा है – अमरिकी विश्‍लेषकों का दावा

वॉशिंगटन – भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे दहशतगर्दों की सहायता करना पाकिस्तान ने अभी बंद नही किया है| क्यों की अबतक पाकिस्तान को इन कारनामों की किमत चुकानी नही पडी है| पाकिस्तान से प्राप्त हो रही सहायता से ही तालिबान अफगानिस्तान में अमरिका को चुनौती दे रहा है और अमरिका अब अफगानिस्तान का युद्ध खोने की स्थिति में है| ऐसी स्थिति में अमरिका ने पाकिस्तान जैसे आतंक का पुरस्कार करनेवाले देश के बारे में कडी नीति स्वीकारनी होगी’, यह कडी सलाह विख्यात विश्‍लेषक बिल रॉगिओ ने अमरिका को दी है|

अमरिकन संसद की उपसमिती के सामने हुई सुनवाई में ‘फाउंडेशन फॉर डिफेन्स ऑफ डेमॉक्रसीज्’ इस अभ्यासगुट के ‘सिनिअर फेलो’ बिल रॉगिओ बोल रहे थे| पाकिस्तान यह आतंकवाद का पुरस्कार करनेवाला देश है और अभी भी पाकिस्तान ने भारत में आतंकी गतिविधियां करनेवाली संगठनों की सहायता करना बंद नही किया है, इस ओर रॉगिओ इन्होंने ध्यान केंद्रीत किया है| ‘पाकिस्तान यह हरकते करना बंद नही करेगा, क्यों की पाकिस्तान को आजतक विश्‍वासघात की किमत चुकानी नही पडी है’, इस ओर रॉगिओ ने ध्यान आकर्षित किया| पाकिस्तान की इसी आतंकवाद का सहायता करने की नीति की वजह से अफगानिस्तान के लिए भी खतरा बना है और तालिबान के विरोध में शुरू अमरिका की हार हो रही है, यह परेशानी बिल रॉगिओ इन्होंने व्यक्त की|

तालिबान के विरोध में युद्ध में अमरिका की हार हुई है और वर्तमान में अमरिका पीछे हटने के लिए बातचीत कर रही है| लेकिन, हम अफगानिस्तान से सेना हटाने की नीति के साथ सहमत नही है, यह कहकर रॉगिओ इन्होंने इस नीति के परिणामों का एहसास दिलाया है| अमरिकी सेना पीछे हटने के बाद अफगानिस्तान तालिबान के शिकंजे में फंसेगा, यह इशारा रॉगिओ इन्होंने दिया| अमरिका के शत्रू तय उद्देश्य सामने रखकर प्राण दांव पर लगाकर लड रहे है| लेकिन, अमरिका इस युद्ध में हथियार रख रही है और सेना हटाने की तैयारी कर रही है| इसके अलावा अमरिका ने अपने दुश्मनों की सही पहचान करके उनका उद्देश्य पहचाने और दुश्मनों को खतम करें, यह बात रॉगिओ ने स्पष्ट शब्दों में अमरिकी संसद की उपसमिती के सामने रखी|

तालिबान को पाकिस्तान से सहायता प्राप्त हो रही है| इस सहायता के बल पर ही तालिबान अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियां कर रही है, इस स्थिति पर रॉगिओ ने ध्यान केंद्रीत किया है| इसी लिए पाकिस्तान जैसे आतंकवाद के समर्थक देश के संबंधी तय नीति में बदलाव करने की जरूरत है और अमरिका अपनी पाकिस्तान संबंधी नीति कठोर करे, यह मांग रॉगिओ इन्होंने की है|

पाकिस्तान पर आलोचना करते समय रॉगिओ ने ईरान को भी लक्ष्य किया| पाकिस्तान की तरह ईरान बी आतंकियों की सहायता कर रहा है, यह आरोप रॉगिओ ने किया| इस दौरान रॉगिओ के पहले वरिष्ठ सेना अधिकारी और अभ्यासकों ने पाकिस्तान की सहायता से ही तालिबान अफगानिस्तान में वर्चस्व बनाकर है, यह कहा था| इसीलिए पाकिस्तान को सबक सिखाना अनिवार्य है, यह बात इस अधिकारी ने और विश्‍लेषकों ने अमरिकन संसद को इशारा देते समय रखी थी| उसके बाद ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान की आर्थिक सहायता बंद की| लेकिन, यह सीर्फ शुरूआत है और अगले समय में ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान के विरोध में और भी कडे निर्णय लेने की अपेक्षा है, ऐसा अमरिकी जनप्रतिनिधियों ने कहा था|

ट्रम्प प्रशासन ने इसके नुसार तैयारी शुरू की है, यह संकेत प्राप्त हो रहे है| मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के लिए अमरिका ने पहल की थी| अजहर पर सुरक्षा परिषद ने की कार्रवाई आतंकवाद के विरोधी युद्ध में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का लगाव स्पष्ट करती है, यह बात अमरिका ने हाल ही में पाकिस्तान को कही थी| साथ ही आतंकियों पर निर्णायक कार्रवाई करने की मांग अमरिका ने रखी है और इससे पाकिस्तान पर दबाव बढ रहा है, यह भी दिखाई देने लगा है|

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