‘पीओके’ में आतंकियों की सुरक्षा का प्रावधान करके पाकिस्तान ने भारत के विरोध में रखा युद्धप्रिय होने का आरोप

इस्लामाबाद – पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत ‘पीओके’ पर हमला करने की तैयारी में होने का दावा दुबारा किया है| इसी वजह से संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद नियंत्रण रेखा की जांच करें, यह मांग प्रधानमंत्री इम्रान खान ने की है| यह जांच करने के लिए भारत भी अनुमति दे, इस लिए सुरक्षा परिषद दबाव बनाए, यह निवेदन इम्रान खान ने किया है| तभी दुसरी ओर ‘पीओके’ में स्थित आतंकी ठिकानों को पाकिस्तान सुरक्षा प्रदान कर रहा है और इसी उद्देश्य से हायटेक कैमेरा और सिग्नल टॉवर्स भी पाकिस्तान ने खडे किए होने की जानकारी सामने आयी है|

चीन ने सुरक्षा परिषद में कश्मीर का मुद्दा उपस्थित करने की कोशिश की| पर, अनौपचारिक बातचीत में भी सुरक्षा परिषद ने कश्मीर यह द्विपक्षीय मसला होने की बात स्पष्ट की और इस विषय पर बातचीत करने से इन्कार किया| इसके बाद कश्मीर मसले पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हमें उम्मीद के अनुसार प्रतिसाद प्राप्त ना होने की बात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को स्वीकार करनी पडी| बाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत नियंत्रण रेखापर हमलें करने की तैयारी में होने का पुराना आरोप नए से रखा| आतंकी हमला करवाकर भारत ‘पीओके’ पर कार्रवाई करेगा, यह चिंता इम्रान खान ने व्यक्त की| इस से बचने के लिए सुरक्षा परिषद नियंत्रण रेखा कीजांच करें और इसके लिए भारत पर दबाव बनाए, यह मांग इम्रान खान ने की है

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यह मांग कर रहे थे, तभी ‘पीओके’ में स्थित आतंकी ठिकानों पर पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ की गतिविधियां तेज हुई है| इन आतंकी कैम्प की सुरक्षा और भी कडी की गई है और इसके लिए ‘हायटेक’ कैमेरा और सिग्नल टॉवर्स लगाए गए है| इसके पीछे ‘आयएसआय’ की बडी भयंकर साजिश होने की बात भी सामने आ रही है| कश्मीर की सीमा में ‘आयईडी’ज् लगाकर और इनका विस्फोट करवाकर भारतीय सैनिकों को मारने की साजिश आयएसआय ने करने की खबरें भी प्राप्त हो रही है|

यह आतंकी हरकत करने के लिए ‘आयएसआय’ पाकिस्तान की ‘बॉर्डर एक्शन टीम’ (बीएटीबैट) की सहायता कर रही है| अबतक भारतीय सेना की सतर्कता के कारण इस आतंकी साजिश को अंजाम देने में ‘बैट’ को कामयाबी नही मिल सकी है| पर, अगले दिनों में पाकिस्तान की इस लष्करी दल को आतंकी हमला करने में सफलता प्राप्त होती है तो इस पर भारत कडी प्रतिक्रिया दर्ज करेगा, यह भरोसा पाकिस्तानी सेना और आयएसआय रखते है| इसी वजह से पीओक के की नियंत्रण रेखा के नजदिकी क्षेत्र में छिपकर बैठे आतंकियों की सुरक्षा के लिए ‘आयएसआय’ ने पूर्वतैयारी करने की बात दिख रही है| भारत इन आतंकी ठिकानों को लक्ष्य किए बिना नही रहेगा, यह भरोसा होने से ही ‘आयएसआय’ यह ध्यान रखती दिख रही है|

इसी बीच पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों ने भारत में गडबडी या हमला किया एवं पाकिस्तानी सेना या आयएसआय ने नियंत्रण रेखा पर छेडखानी की तो पाकिस्तान को सबक सिखाए बिना नही रहेंगे, यह बात भारतीय सेना ने पहले ही स्पष्ट की है| भारत के सियासी नेतृत्व ने भी इस मुद्दे पर पाकिस्तान को कडे इशारें दिए है|

पीओके’ भारत का ही हिस्सा है और किसी भी क्षण भारतीय सेना कार्रवाई करके इस क्षेत्र पर कब्जा कर सकती है, ऐसे संकेत भारत के नए सेनाप्रमुख ने कुछ ही दिन पहले दिए थे|

इसी कारण पाकिस्तान पर दबाव बढा है| पर, ऐसी स्थिति में भी कश्मीर के लिए हम काफी कुछ कर रहे है, यह दिखाना पाकिस्तान की सरकार और सेना की जरूरत बनी है| पाकिस्तान के रेलमंत्री ने ही कश्मीर मसले पर अपनी सरकार ने संदेहजनक भूमिका स्वीकारी है, यह आलोचना की थी| माध्यम और विश्‍लेषक भी पाकिस्तान की सरकार को इस मुद्दे पर कटघरे में खडा कर रहे है| इसका पाकिस्तान की सरकार और आयएसआय पर दबाव बना है और कश्मीर में आतंकी हरकत करके एवं भारत को चुनौती देने का चित्र खडा करके समय से बचकर निकलने की कोशिश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और सेना कर रही है| लेकी, इस मुद्दे पर भारत से कडी प्रतिक्रिया प्राप्त होगी इस डर से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्रसंघ और सुरक्षा परिषद से लगातर निवेदन करके भारत युद्ध की तैयारी में होने की शिकायत दर्ज कर रहे है|

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