पीढ़ी में एकबार मिलनेवाला भारत से संबंध जुड़ने का अवसर अमरिका के सामने है – अमरिका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस का दावा

वॉशिंगटन: ‘काउंटरिंग अमरिका एडवर्सरीस थ्रू सैंक्शन एक्ट’ इस अपने कानून के अनुसार अमरिका अपने शत्रु देशों से शस्त्रास्त्र खरीदारी करनेवाले देशों पर प्रतिबंध जारी कर सकता है। इसकी वजह से रशिया से एस-४०० यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी करनेवाले भारत पर भी अमरिका प्रतिबंध जारी कर सकता है। पर भारत पर जारी किए प्रतिबंधों की वजह से अमरिका का ही नुकसान होगा, ऐसा अमरिका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने सूचित किया है। पीढ़ी में एक बार मिलने वाला भारत के साथ सहयोग का अवसर अमरिका के सामने है, इसका एहसास अमरिका के रक्षा मंत्री ने दिलाया है।

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अमेरिकन संसद के आर्म्ड सर्विसेस कमेटी के सामने बोलते हुए अमेरिकन रक्षामंत्री मैटिस ने भारत के बारे में अत्यंत महत्वपूर्ण विधान किए हैं। सीएएटीएसए के विधायक २०१७ में मंजूर हुआ है। २०१८ के जनवरी महीने में उसका कानून में रूपांतर हुआ है। इस कानून के अनुसार अमरिका के शत्रु देशों से शस्त्रास्त्र खरीदारी करने वाले देशों पर प्रतिबंध जारी करने का अधिकार ट्रम्प प्रशासन को मिला है। इसकी वजह से आनेवाले समय में रशिया एवं चीन जैसे अमरिका को चुनौती देने वाले देशों से शस्त्र खरीदारी करनेवाले देशों पर ट्रम्प प्रशासन प्रतिबंध जारी कर सकता है। इसका उपयोग करके रशिया से एस-४०० हवाई सुरक्षा यंत्रणा की खरीदारी करनेवाले भारत पर भी अमरिकन संसद प्रतिबंध जारी करें, ऐसी चर्चा अमरिका में शुरू हुई थी। पर रक्षामंत्री मैटिस ने उसके विरोध में चेतावनी दी है।

भारत अब तक रशिया से शस्त्रास्त्र की खरीदारी करता आ रहा है। इसकी वजह से भारत की समस्या हमें सही रुप से समझनी होगी, ऐसा अमरिकी रक्षा मंत्री का कहना है। अगर अमरिका ने सीएएटीएसए का उपयोग करके भारत पर प्रतिबंध जारी किए, तो इसकी वजह से अमरिका का बहुत बड़ा नुकसान होगा, ऐसा दावा मैटिसने किया है। आर्म्ड सर्विसेस कमेटी के सामने बोलते हुए मैटिस ने यह चेतावनी देकर भारत को इस बारे में आवश्यक सहूलियत देने की मांग की है। एवं भारत के साथ सहयोग के महत्व रेखांकित किए हैं।

भारत यह इस ग्रह पर सबसे बड़ा जनतंत्र देश है। ऐसे देश के साथ एक समान संबंध जोड़ने की पीढ़ी में सिर्फ एक बार मिलनेवाला अवसर अमरिका के सामने चलकर आया है। इसका लाभ अमरिका ले, ऐसा रक्षा मंत्री मैटिस ने अमेरिकन संसद की समिति के सामने सूचित किया है। दौरान अमरिका के भूतपूर्व राजनैतिक अधिकारी एवं लोक प्रतिनिधि भी अमरिका के प्रतिबंधों के विरोध में ठोसरूप से अपनी भूमिका प्रस्तुत कर रहे हैं। इनमें अमरिका के विदेश मंत्रालय के दक्षिण एवं मध्य आशिया विभाग के भूतपूर्व मुख्यमंत्री निशा बिस्वाल, कांग्रेस जो क्रावली एवं पेंटागौन के भूतपूर्व अधिकारी कीथ वेबस्टर का समावेश है।

भारत और अमरिका के द्विपक्षीय संबंधों पर इन प्रतिबंधों का भयंकर परिणाम हो सकता है, इसकी वजह से सीएएटीएसए के बारे में अत्यंत सतर्क रूप से निर्णय लेने की आवश्यकता होने की बात मैटिस ने कही है।

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