कुर्दिस्तान के जनमत को तुर्की का विरोध, सऊदी हस्तक्षेप के लिए तैयार

अंकारा/इरबिल: इराक के कुर्दिस्तान में होने वाले जनमत की वजह से खाड़ी की गतिविधियाँ तेज हुईं हैं। कुर्दिस्तान के जनमत की वजह से तुर्की की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है, ऐसी टीका तुर्की के प्रधानमंत्री ने की है। सऊदी अरेबिया के विशेष मंत्री ‘थामेर अल-सभान’ ने कुर्दिस्तान का दौरा करके इस विवाद में हस्तक्षेप करने की तैयारी दर्शाई है।

जनमत

इराक की उत्तर में कुर्दों की स्वायत्त सरकार है और इस क्षेत्र में होने वाले जनमत के परिणाम तुर्की में भी दिखाई दे सकते हैं, यह चिंता तुर्की को सता रही है। तुर्की के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में कुर्दों का बड़ा प्रभाव है और इराक के जनमत की वजह से तुर्की की सुरक्षा के लिए चुनौतियाँ निर्माण हो सकती हैं, ऐसा इशारा तुर्की के प्रधानमंत्री ‘बिनाली इल्दिरिम’ ने दिया है। तुर्की के जनमत का निर्णय गलत होने की टीका तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने की है। कुर्दिस्तान के बारे में अपना और इराक सरकार का मत एकसामान है और इस विषय में खुद इराकी नेताओं के साथ चर्चा करेंगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने कहा है।

तो दूसरी तरफ सऊदी अरेबिया के खाड़ी देशों के लिए नियुक्त किए गए विशेष मंत्री थामेर ने इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र का दौरा करके, कुर्दिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ‘मसूद बरझानी’ की भेंट ली। इराक और सीरिया के ‘आयएस’ विरोधी संघर्ष में कुर्द गुटों ने दिए योगदान की सऊदी मंत्री ने तारीफ की। साथ ही कुर्दिस्तान के साथ सहकार्य बढाने के लिए सऊदी कोशिश करेगा, ऐसा भी उन्होंने स्पष्ट किया। बरझानी ने भी सऊदी के साथ सहकार्य के लिए कुर्दिस्तान के दरवाजे कभी भी बंद नहीं होंगे, ऐसा आश्वासन दिया है।

इसके अलावा जनमत के मुद्दे पर सऊदी कुर्द और इराकी नेताओं के बीच हस्तक्षेप कराने के लिए तैयार होने हैं, ऐसा भी थामेर ने इस समय कहा है।

दौरान, कुर्दिस्तान के जनमत का फैसला आगे के लिए टालें साथ ही इसपर पुनर्विचार होना चाहिए, ऐसी माँग अमरिका और मित्र देशों की ओर से की जा रही है। लेकिन कुर्दिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष ‘बरझानी’ ने जनमत की समय सारणी में बदलाव न होने की बात स्पष्ट की है। साथ ही जनमत के बाद इराक की सरकार के साथ चर्चा करेंगे, ऐसा बरझानी ने घोषित किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.